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Sitapur News: धूप पर भारी पड़ी सर्द हवाएं
संवाद न्यूज एजेंसी, सीतापुर
Updated Sun, 21 Dec 2025 09:07 PM IST
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ऊनी कपड़े पहनकर बाइक से जाता परिवार।
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सीतापुर। कोहरे, पाले व शीतलहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। रविवार को कड़ाके की ठंड से हर कोई बेहाल नजर आया। पशु-पक्षी भी हाड़ कंपाती ठंड से परेशान रहे। कोहरा जल्द छंटने से धूप निकली पर बादलों की आवाजाही व सर्द हवा के कारण बेअसर रही।
राहत के लिए लोग हीटर व अलाव के पास बैठे रहे। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम सात डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। विशेषज्ञ अभी सर्दी और बढ़ने की संभावना जता रहे हैं।
पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी का जिले में अब व्यापक असर नजर आने लगा है। एक सप्ताह पहले सर्दी ने तेवर दिखाने शुरू किए जो अब तक जारी हैं। कड़ाके की ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। रविवार की सुबह लोगों ने बिस्तर छोड़ा तो कोहरे के अलावा शरीर में नश्तर चुभने का अहसास कराती शीतलहर से सामना हुआ। एक तरफ कोहरा सड़क पर चलने वाले वाहनों के लिए स्पीड ब्रेकर साबित हुआ। दूसरी ओर बर्फीली हवा और पड़ रहे पाले से जिंदगी ठिठुरती रही।
ठंड का सितम देख लोग सुबह देर तक घरों में कैद रहने को मजबूर हुए। हालांकि, कोहरा जल्दी छंटने पर सुबह नौ बजे धूप निकल आई तो राहत मिलने की उम्मीद जगी। मगर बादलों की आवाजाही से धूप बेअसर रही। इससे घरों व दफ्तरों में गलन कम नहीं हुई।
तीन किमी प्रति घंटे की गति से चली बर्फीली हवाएं दिन भर ठिठुराती रहीं। ठंड से राहत पाने को लोग अलाव व हीटर का सहारा लेते नजर आए। शाम गहराते ही धुंध छाने के साथ गलन और बढ़ गई। शहर की सड़कों पर रात नौ बजे के बाद सन्नाटा पसर गया। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार ठंड से राहत के आसार फिलहाल नहीं हैं।
मवेशियों को ताजा पानी ही पिलाएं
ठंड के तेवर लगातार तीखे होते जा रहे हैं। इसलिए खुद के साथ अपने मवेशियों का ख्याल भी रखें। पशु चिकित्सकों के अनुसार जिस जगह मवेशी रहते हैं, वहां नीचे का स्थान सूखा रखना चाहिए। गीला होने पर पुआल डालकर उसे ढक दें। ठंडी हवा को रोकने के उपाय करें। मवेशियों को ताजा पानी ही पिलाएं। काफी देर तक रखा ठंडा पानी जानवरों की सेहत खराब कर सकता है। धूप निकलने पर उन्हें धूप में जरूर ले जाएं।
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राहत के लिए लोग हीटर व अलाव के पास बैठे रहे। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम सात डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। विशेषज्ञ अभी सर्दी और बढ़ने की संभावना जता रहे हैं।
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पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी का जिले में अब व्यापक असर नजर आने लगा है। एक सप्ताह पहले सर्दी ने तेवर दिखाने शुरू किए जो अब तक जारी हैं। कड़ाके की ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। रविवार की सुबह लोगों ने बिस्तर छोड़ा तो कोहरे के अलावा शरीर में नश्तर चुभने का अहसास कराती शीतलहर से सामना हुआ। एक तरफ कोहरा सड़क पर चलने वाले वाहनों के लिए स्पीड ब्रेकर साबित हुआ। दूसरी ओर बर्फीली हवा और पड़ रहे पाले से जिंदगी ठिठुरती रही।
ठंड का सितम देख लोग सुबह देर तक घरों में कैद रहने को मजबूर हुए। हालांकि, कोहरा जल्दी छंटने पर सुबह नौ बजे धूप निकल आई तो राहत मिलने की उम्मीद जगी। मगर बादलों की आवाजाही से धूप बेअसर रही। इससे घरों व दफ्तरों में गलन कम नहीं हुई।
तीन किमी प्रति घंटे की गति से चली बर्फीली हवाएं दिन भर ठिठुराती रहीं। ठंड से राहत पाने को लोग अलाव व हीटर का सहारा लेते नजर आए। शाम गहराते ही धुंध छाने के साथ गलन और बढ़ गई। शहर की सड़कों पर रात नौ बजे के बाद सन्नाटा पसर गया। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार ठंड से राहत के आसार फिलहाल नहीं हैं।
मवेशियों को ताजा पानी ही पिलाएं
ठंड के तेवर लगातार तीखे होते जा रहे हैं। इसलिए खुद के साथ अपने मवेशियों का ख्याल भी रखें। पशु चिकित्सकों के अनुसार जिस जगह मवेशी रहते हैं, वहां नीचे का स्थान सूखा रखना चाहिए। गीला होने पर पुआल डालकर उसे ढक दें। ठंडी हवा को रोकने के उपाय करें। मवेशियों को ताजा पानी ही पिलाएं। काफी देर तक रखा ठंडा पानी जानवरों की सेहत खराब कर सकता है। धूप निकलने पर उन्हें धूप में जरूर ले जाएं।
