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Sitapur News: दो हत्यारोपी पकड़े गए, चार की तलाश में दबिश दे रही एसओजी
संवाद न्यूज एजेंसी, सीतापुर
Updated Mon, 29 Dec 2025 12:12 AM IST
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सीतापुर। इमलिया सुल्तानपुर पुलिस ने रविवार को पिता-पुत्र की हुई हत्या के मामले में नामजद फतेपुर निवासी अजयपाल उर्फ झगड़ू और उसके भाई उत्तम उर्फ टामू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है। उधर, इस मामले में नामजद चार अन्य आरोपियों नागेश उर्फ नंगा, विकटू उर्फ श्यामल, शिवपूजन और कामता प्रसाद की पुलिस को तलाश है। आरोपियों के संभावित ठिकानों पर एसओजी के अलावा पुलिस की चार टीमें दबिश दे रही हैं।
थानाध्यक्ष श्यामू कनौजिया ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने यह स्वीकार किया है कि छोटे खां उर्फ अख्तर व उसके बेटे मैसर खां से उनके परिवार की करीब 11 पुरानी दुश्मनी चल रही है। पिता-पुत्र ने 2011 में आरोपियों के पिता ठाकुर प्रसाद तथा वर्ष 2020 में भाई संतोष की हत्या की थी। मामले में अख्तर 40 माह तक जेल में था।
एक मामले में आरोपियों ने पिता-पुत्र से सुलह कर ली थी। अख्तर जेल से छूटने के बाद बाहर घूम रहा था। दो दिन पहले अख्तर और मैसर फतेपुर गांव आए थे। वहां रास्ते से निकलने की बात को लेकर विवाद हुआ था। पिता-पुत्र ने इस मामले की शिकायत पुलिस से कर दी थी। 26 दिसंबर को एसडीएम कोर्ट में अख्तर खां व उत्तम का चालान किया गया। इसके बाद आक्रोश में आकर श्यामल उर्फ रणधीर, सौरभ उर्फ नंगा, शिवपूजन, अभय ने मिलकर अख्तर और मैसर की हत्या की साजिश रची।
थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपियों ने कबूला है कि अख्तर और मैसर ईरिक्शा लेकर तिराहे के पास पहुंचे तो आरोपियों ने फायर किया। गोली लगते ही अख्तर मौके पर ही गिर गया। मैसर भागने लगा। दौड़ाकर दूसरा फायर किया गया। गोली लगते ही मैसर भी गिरा। इसके बाद आरोपियों ने पिता-पुत्र को घेरकर मार दिया गया। अजयपाल ने पूछताछ में बताया है कि मैसर को गोलियां उसी ने मारी थी। इसके बाद अन्य आरोपियों ने सौरभ, शिवपूजन ने बांके से कई वार किए।
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थानाध्यक्ष श्यामू कनौजिया ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने यह स्वीकार किया है कि छोटे खां उर्फ अख्तर व उसके बेटे मैसर खां से उनके परिवार की करीब 11 पुरानी दुश्मनी चल रही है। पिता-पुत्र ने 2011 में आरोपियों के पिता ठाकुर प्रसाद तथा वर्ष 2020 में भाई संतोष की हत्या की थी। मामले में अख्तर 40 माह तक जेल में था।
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एक मामले में आरोपियों ने पिता-पुत्र से सुलह कर ली थी। अख्तर जेल से छूटने के बाद बाहर घूम रहा था। दो दिन पहले अख्तर और मैसर फतेपुर गांव आए थे। वहां रास्ते से निकलने की बात को लेकर विवाद हुआ था। पिता-पुत्र ने इस मामले की शिकायत पुलिस से कर दी थी। 26 दिसंबर को एसडीएम कोर्ट में अख्तर खां व उत्तम का चालान किया गया। इसके बाद आक्रोश में आकर श्यामल उर्फ रणधीर, सौरभ उर्फ नंगा, शिवपूजन, अभय ने मिलकर अख्तर और मैसर की हत्या की साजिश रची।
थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपियों ने कबूला है कि अख्तर और मैसर ईरिक्शा लेकर तिराहे के पास पहुंचे तो आरोपियों ने फायर किया। गोली लगते ही अख्तर मौके पर ही गिर गया। मैसर भागने लगा। दौड़ाकर दूसरा फायर किया गया। गोली लगते ही मैसर भी गिरा। इसके बाद आरोपियों ने पिता-पुत्र को घेरकर मार दिया गया। अजयपाल ने पूछताछ में बताया है कि मैसर को गोलियां उसी ने मारी थी। इसके बाद अन्य आरोपियों ने सौरभ, शिवपूजन ने बांके से कई वार किए।
