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BHU Hospital: हड़ताल के 9वें दिन 170 की बजाय 27 सर्जरी, 900 की जगह हुईं सिर्फ 139 जांचें; 39 मरीज ही हुए भर्ती

अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी। Published by: प्रगति चंद Updated Thu, 22 Aug 2024 11:50 AM IST
सार

BHU Hospital Doctors Strike : बीएचयू में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल 10वें दिन यानी गुरुवार को भी जारी है। रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि सुरक्षा को लेकर कुलपति से मांग की गई है, लेकिन अभी तक अमल में नहीं लिया गया। कुलपति जब तक मिलने नहीं आते हड़ताल जारी रहेगा। 

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BHU Hospital Doctors Strike for kolkata doctor death case patients upset
बीएचयू में इलाज के लिए इंतजार करते मरीज - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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बीएचयू अस्पताल में रेजिडेंट की हड़ताल से अब मरीजों की मुश्किल बढ़ती जा रही है। ओपीडी से लेकर वार्ड और जांच केंद्र तक जगह-जगह मरीज कहीं स्ट्रेचर पर पड़े हैं तो कहीं व्हील चेयर पर। परिजन चाह कर भी डॉक्टर को नहीं दिखा पा रहे हैं। अस्पताल में चलने वाली करीब 20 ओपीडी में कहीं 100 से 150 तो कहीं इससे भी कम मरीज देखे जा रहे हैं।

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सर्जरी और जांच का ग्राफ भी नीचे आ गया है। सामान्य दिनों में जहां इमरजेंसी सहित अन्य विभागों के ऑपरेशन थियेटर में कुल मिलाकर करीब 170 सर्जरी होती है, वह बुधवार को छह गुना कम होकर 30 से भी नीचे आ गई है। एक दिन तो 8 और एक दिन 15 सर्जरी ही हो सकी। 
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उधर, रेडियोलॉजी विभाग में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि को मिलाकर करीब 900 मरीजों की जांच होती हैं, वह भी कम होकर 137 तक आ गई है। इसमें नौ दिन में एक दिन तो केवल 50 जांच ही हो सकी। अगर हड़ताल खत्म नहीं हुई तो मरीजों की मुश्किल कम नहीं हो पाएगी।

BHU Hospital Doctors Strike for kolkata doctor death case patients upset
बीएचयू में इलाज के लिए इंतजार करते मरीज - फोटो : अमर उजाला

कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर संग दरिंदगी के विरोध में बीएचयू अस्पताल, ट्रॉमा सेंटर में रेजिडेंट 13 अगस्त से हड़ताल पर हैं। ओपीडी, वार्ड से लेकर जांच केंद्र तक अपनी सेवा नहीं दे रहे हैं। इस कारण हर दिन बड़ी संख्या में मरीजों को बिना इलाज लौटना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी सर्जरी और जांच करवाने वालों को हो रही हैं।

दोपहर 2 बजे ही ओपीडी में पसरा सन्नाटा
बीएचयू में हड़ताल के नौवें दिन ओपीडी में कंसल्टेंट तो बैठे, मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ा। कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, सर्जरी सहित अन्य विभागों में एक ही कंसल्टेंट के भरोसे ओपीडी चली। दोपहर में यहां एक-एक डॉक्टर ही बैठे रहे। मंगलवार को जहां 2395 मरीज देखे गए थे, वहीं बुधवार को 2220 मरीज ओपीडी में आए। दोपहर दो बजे ही ओपीडी में सन्नाटा हो गया।

नाक में नली लगाकर सीटी स्कैन करवाने बैठा रहा मरीज

BHU Hospital Doctors Strike for kolkata doctor death case patients upset
नाक में नली लगाकर सीटी स्कैन के लिए बैठा रहा मरीज - फोटो : अमर उजाला

रॉबर्ट्सगंज निवासी मरीज सुरेश को परिजन सुबह 10 बजे लेकर आए। उसको गले के ऊपरी हिस्से में दर्द था। परिजनों ने बताया कि सुरेश को कुछ भी खाने पीने में ज्यादा तकलीफ हो रही थी। डॉक्टर ने पहले नाक में पाइप लगाकर इसी के रास्ते पानी आदि लिक्विड चीज खिलाने को बताया। सीटी स्कैन करवाने की सलाह भी दी। सुरेश ने बताया कि हड़ताल की वजह से करीब घंटे भर से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा।

एमआरआई करवाने के लिए भी घंटे भर का इंतजार
अस्पताल में बुधवार की दोपहर में एमआरआई के गेट पर अपनी मां को लेकर उसका बेटा स्ट्रेचर पर खड़ा रहा। पूछने पर बताया कि एमआरआई करवाना है। रेजिडेंट के न होने की वजह से अंदर मौजूद लोगों ने जांच में समय लगने की बात कही है। आगे की डेट भी मिलने की बात बताई गई, इसके बाद निवेदन कर बुधवार को ही एमआरआई करने को कहा, उसमें भी घंटे भर से अधिक इंतजार करना पड़ा।

हड़ताल में अब तक ग्राफ

  • सामान्य दिन में सर्जरी- 170 प्रतिदिन
  • रेडियोलॉजी में जांच- 900 प्रतिदिन

सर्जरी और जांच का ग्राफ

तारीख सर्जरी जांच
13 अगस्त 47 174
14 अगस्त 41 187
15 अगस्त ओपीडी में अवकाश  
16 अगस्त 25 219
17 अगस्त 15 56
18 अगस्त रविवार का अवकाश  
19 अगस्त 8 50
20 अगस्त 34 118
21 अगस्त 27 133

21 अगस्त को मरीजों का आंकड़ा

ओपीडी में मरीज 2220
भर्ती 39
डिस्चार्ज 104
इमरजेंसी ओपीडी 48
ऑपरेशन 27
रेडियोलॉजी 133
सीसीआई में जांच 4570
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