UP: कफ सिरप केस...SIT की रडार पर सरगना शुभम के करीबी, 28 फर्मों को नोटिस; कारोबार की कुंडली खंगाली जा रही
Varanasi Crime: कफ सिरप के कारोबार को लेकर ड्रग विभाग और पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। वाराणसी में शुभम जायसवाल की तलाश भी की जा रही है। इसके साथ ही 28 फर्मों की एसआईटी जांच करेगी।
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Varanasi News: कोडिन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार के आरोपी शुभम जायसवाल समेत 28 फर्मों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में गठित तीन सदस्यीय एसआईटी की पहली बैठक शुक्रवार को हुई। ड्रग विभाग से सभी आरोपी फर्मों को नोटिस जारी कर दस्तावेज की मांग की गई।
शुभम के पिछले तीन साल के कारोबार की कुंडली खंगालने पर भी जोर दिया गया। शुभम के साथ कारोबार में जुड़े लोगों की सूची तैयार कराई जा रही है। अन्य कारोबार में शुभम के साथ निवेश करने वाले एसआईटी की रडार पर है। बैकिंग लेनदेन, मोबाइल कॉल डिटेल समेत सर्विलांस के आधार पर जांच चल रही है।
एसआईटी के अध्यक्ष काशी जोन के एडीसीपी सरवणन टी. ने बताया कि पहली बैठक में ड्रग विभाग को कई बिंदुओं पर निर्देशित किया गया। वाराणसी समेत अन्य किन शहरों में शुभम के कारोबार चल रहे हैं और कौन-कौन पार्टनर या साथ में काम करते हैं। सभी की सूची तैयार कराई जा रही है। ड्रग विभाग ने शिवपुर क्षेत्र में कुछ और मेडिकल फर्मों को चिह्नित किया है, जहां से नारकोटिक्स श्रेणी की दवाओं की खरीद बिक्री होती थी।
फंस सकते हैं बधाई देने वाले, छात्र नेता समेत अन्य कारोबारी
सिगरा क्षेत्र के रहने वाले होटल कारोबारी और रियल एस्टेट समेत अन्य कारोबार से जुड़े शुभम के करीबियों की भी तलाश की जा रही है। हाल के दिनों में शहर में लगाए गए होर्डिंग और पोस्टर में शामिल लोगों को भी एसआईटी बुलाकर पूछताछ कर सकती है।
शुभम के साथ विदेश टूर पर गए लोगों, काफिले में चलने वाले चालकों, हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज के कुछ छात्र नेताओं और अन्य लोगों की भी पहचान कराई गई है। छात्र संघ के एक पूर्व पदाधिकारी से शुभम की नजदीकियां जग जाहिर है। तीन से चार साल में पदाधिकारी ने होटल और अन्य कारोबार शुरू किया है। बालू और कोयले में भी शुभम का निवेश बताया जा रहा है।
वायरल वीडियो की पुष्टि में जुटी क्राइम ब्रांच
सोशल मीडिया पर शुभम जायसवाल और आपराधिक प्रवृत्ति के युवकों की ओर से मेडिकल संचालक के कर्मचारियों की पिटाई और धमकाने के वायरल वीडियो की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। इसमें सभी लोगों को क्राइम ब्रांच ने चिह्नित किया है। शिवपुर थाना क्षेत्र और लहरतारा क्षेत्र के युवकों की पहचान हुई है। पीड़ितों से भी पुलिस संपर्क करने के प्रयास में है। यह वायरल वीडियो दो साल पहले का बताया जा रहा है।