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Iran Israel War: इस्राइल में सीमेंट और लकड़ी के बंकर में छिपकर जान बचा रहे पूर्वांचल के श्रमिक, सभी काम बंद
अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी।
Published by: प्रगति चंद
Updated Tue, 24 Jun 2025 06:09 PM IST
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सार
Iran Israel War: पूर्वांचल के श्रमिकों ने बताया कि कभी-कभी फोन में नेटवर्क भी नहीं आता है। वे बच्चे और पशु के साथ सीमेंट और लकड़ी के बंकर में छिपकर जान बचा रहे हैं।

इस्राइल में सुरक्षा के लिए बनाए गए बंकर
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
इस्राइल और ईरान के युद्ध से हालात बिगड़ रहे हैं। वहां रह रहे भारतीय बंकर में छिपकर जान बचा रहे हैं। श्रमिक एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए बंकर का प्रयोग कर रहे हैं। सरकार ने हर घरों में बंकर अनिवार्य कर दिया है। पूरे शहर में मिट्टी, सीमेंट, लोहा, टीना, लकड़ी सहित कई तरह के बंकर बनाए गए हैं। बंकर में छिपे लोग वीडियो कॉल कर परिवार को हालात की जानकारी दे रहे हैं।

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अमर उजाला से बात कर इस्राइल में काम कर रहे श्रमिक ने वहां के हालात के बारे में बताया। कहा घंटों तक मिसाइल से हमले हो रहे हैं। हम लोग बंकर में ही सारा दिन बिता रहे हैं। लोगों के साथ पशु भी बंकर में रह रहे हैं। बंकर में ज्यादा अंदर जाने पर फोन का नेटवर्क चल जा रहा है।
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विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं। 2024 में केंद्र सरकार की राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) में पूर्वांचल के सात जिलों से दो हजार श्रमिक रोजगार की तलाश में गए थे। सबसे ज्यादा आजगमढ़ से 1200, मऊ से 400, बलिया से 275, वाराणसी से 76, जौनपुर से 60, भदोही से 12 और मिर्जापुर से 6 श्रमिक हैं।
श्रमिकों ने बताया कि जैसे ही ईरान की ओर से मिसाइल हमले की आशंका होती है या कोई मिसाइल सीमा में प्रवेश करती है, शहर में सायरन बजने लगता है। कुछ ही मिनटों में लोगों को सुरक्षित बंकरों में शरण लेनी पड़ती है।
सभी काम बंद
श्रमिकों ने बताया कि हमले की वजह से कई फैक्ट्रियों ने सुरक्षा कारणों से काम बंद कर दिया है। साथ ही वहां की सरकार ने सभी मजदूरों और कर्मचारियों को सतर्क रहने और निर्धारित सुरक्षित स्थानों पर रहने का आदेश दिया है। 24 घंटे में कभी भी बमबारी और सायरन की आवाज से डरने लगते हैं। जो बच्चे बंकर में रह रहे हैं, वह डरे रहते है, कई बच्चे तो ऐसे है जो रोते ही रहते हैं। यहां के हालात लगातार खराब हो रहे हैं।
सरकार की तरफ से बनाए गए कई बंकर
श्रमिकों ने बताया कि सरकार और कंपनियों की तरफ से पूरे शहर में मिट्टी, सीमेंट, लोहा, टीना, लकड़ी सहित कई तरह के बंकर बनाए हैं। इसमें हम लोग रह रहे हैं, खाने पीने का पूरा इंतजाम किया गया है। बंकर को इस तरह से बनाया गया है कि इसमें ऑक्सीजन की कमी नहीं होती है।
सरकार की तरफ से बनाए गए कई बंकर
श्रमिकों ने बताया कि सरकार और कंपनियों की तरफ से पूरे शहर में मिट्टी, सीमेंट, लोहा, टीना, लकड़ी सहित कई तरह के बंकर बनाए हैं। इसमें हम लोग रह रहे हैं, खाने पीने का पूरा इंतजाम किया गया है। बंकर को इस तरह से बनाया गया है कि इसमें ऑक्सीजन की कमी नहीं होती है।