{"_id":"6775518b6d8301af33001ec1","slug":"while-doing-unique-cow-service-the-ceremony-of-baby-shower-of-pet-cow-jumbo-was-held-kargone-news-c-1-1-noi1224-2477254-2025-01-01","type":"video","status":"publish","title_hn":"Khargone: खरगोन में गाय जंबो की हुई गोदभराई, मां का कैंसर ठीक होने से बड़ी गौ सेवा में आस्था","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Khargone: खरगोन में गाय जंबो की हुई गोदभराई, मां का कैंसर ठीक होने से बड़ी गौ सेवा में आस्था
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, खरगोन Published by: अमर उजाला ब्यूरो Updated Wed, 01 Jan 2025 10:30 PM IST
Link Copied
अब तक आपने किसी गर्भवती महिला की गोद भराई की रस्म तो होते देखी होगी, या उसके बारे में सुना होगा, लेकिन बुधवार को मध्यप्रदेश के खरगोन नगर में रहने वाले बोंदर महाजन परिवार के घर पर हुई एक अनोखी गोद भराई की रस्म, इस समय चर्चाओं में है। यहां के बिरला मार्ग निवासी महाजन परिवार ने बुधवार को सनातन रीति- रिवाज के साथ अपने घर पलने वाली गाय की गोदभराई रस्म की। इस अनोखी गोद भराई की रस्म में न केवल बोंदर परिवार बल्कि उनके रिश्तेदार और आस पड़ोस की महिलाएं और बच्चे भी बड़े ही उत्साह के साथ शामिल हुए।
परिवार की बरखा महाजन ने बताया कि उनके परिवार ने अपनी गाय का नाम जंबो रखा है, जिसे आज के आयोजन के लिए अच्छे से सजाया गया था। उसकी गोद भराई भी वैसे ही की गई जैसी महिलाओं की होती है । उसे सुंदर कपड़ा ओढ़ाया गया, और फिर तिलक लगाकर पूरे विधि विधान से पण्डित जी को बुलवाकर पूजा सम्पन्न करवाई गई । साथ मे महिलाओं ने मिलकर मंगल गीत गाये और खुशियां मनाई गईं।
गौ सेवा से हुआ था कैंसर ठीक
इस आयोजन को लेकर बरखा महाजन ने बताया कि आज हमने अपने यहां गाय की गोद भराई का प्रोग्राम रखा था, और इसके पहले हमने शादी भी रखी थी। इस तरह के प्रोग्राम हम लोग करते ही रहते हैं। हम लोगों को इस तरह से गौ सेवा करते-करते करीब 18 से 19 साल हो चुके हैं। करीब 1 साल पहले हमारी भाभी भी गौ सेवा करने के लिए अपने घर से गाय ले आईं, क्योंकि उन्हें भी यहां गौ सेवा करना अच्छा लगा। उसका एक कारण यह भी है कि, कुछ साल पहले हमारे यहां माता जी को कैंसर हुआ था। तब गौ सेवा करने और गोमूत्र से उनकी बीमारी ठीक हो गई, जिससे हमारा विश्वास गौ सेवा के लिए और बढ़ता गया। उसी के चलते आज हमने गोद भराई का प्रोग्राम रखा था, जिसमें गाय को मामेरा वगैराह भी सुना रहे हैं, और अभी पंडित जी के द्वारा विधि विधान से पूजा संपन्न कराई जाएगी।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।