{"_id":"6943e7d68702e7ef1c015769","slug":"video-advocate-arrested-on-charges-of-fraud-for-posing-as-the-rightful-owner-2025-12-18","type":"video","status":"publish","title_hn":"मृतक के नाम से खुलवाया बैंक खाता: फर्जी मालिक बनकर कंपनी से धोखाधड़ी, आरोपी अधिवक्ता गिरफ्तार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
मृतक के नाम से खुलवाया बैंक खाता: फर्जी मालिक बनकर कंपनी से धोखाधड़ी, आरोपी अधिवक्ता गिरफ्तार
आर्थिक अपराध शाखा-2 की पुलिस ने फर्जी मालिक बनकर धोखाधड़ी के आरोप में एक अधिवक्ता 17 दिसंबर को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर मृत व्यक्ति की जमीन बेचकर व उसके नाम से बैंक खाता खुलवाकर एंजेल बिल्टेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से 46.50 लाख रुपये ठगे। जबकि जमीन के असली मालिक की मृत्यु वर्ष 1993 में हो चुकी थी। आरोपी ने फर्जी मालिक बनकर जमीन को बेच दिया। आरोपी की पहचान बजघेड़ा गांव निवासी नवीन राणा (40) के रूप में हुई है। उसने एलएलबी तक पढ़ाई की है और वर्तमान में गुरुग्राम कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस कर रहा है। आरोपी नवीन राणा से पूछताछ में पता चला कि वह जमीन के असल मालिक ओम प्रकाश निवासी बजघेड़ा गांव, गुरुग्राम को जानता था और उसकी मृत्यु वर्ष 1993 में हो चुकी। नवीन राणा ने खुद को ओम प्रकाश बताकर बजघेड़ा स्थित उसकी जमीन को एंजेल बिल्टेक प्राइवेट लिमिटेड को बेचा दिया। उसने वर्ष 2015 में ओम प्रकाश के नाम से बैंक खाता खुलवाकर जमीन की राशि प्राप्त की। 10 सितंबर 2024 को आर्थिक अपराध शाखा-2 से जांच के बाद एक शिकायत मिली। सदर बाजार स्थित एक्सिस बैंक के मैनेजर ने पुलिस को बताया कि 28 दिसंबर 2015 को एक व्यक्ति ने स्वयं को ओम प्रकाश बताकर पालम विहार स्थित एक्सिस बैंक शाखा में खाता खुलवाया। 30 दिसंबर 2015 को बैंक खाते में 46.50 लाख रुपये जमा हुए। ऐसे में बैंक प्रबंधन ने एक जनवरी 2016 काे खाता फ्रिज कर दिया। चार अक्तूबर 2016 को आरोपी ने बैंक खाता पालम विहार शाखा से सदर बाजार स्थित शाखा में ट्रांसफर करवा लिया गया। वर्ष 2018 में एंजेल बिल्टेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई कि उन्होंने जमीन खरीद के बदले ओम प्रकाश नामक व्यक्ति को 46.50 लाख रुपयों का भुगतान किया था। जबकि वास्तविक ओम प्रकाश की मृत्यु वर्ष 1993 में हो चुकी थी। जांच में यह सामने आया कि उक्त बैंक खाता वास्तव में नवीन राणा नामक व्यक्ति द्वारा फर्जी दस्तावेज के आधार पर खुलवाया गया था। मई 2023 में नवीन राणा ने स्वयं को फिर से ओम प्रकाश बताकर एंजेल बिल्टेक प्राईवेट लिमिटेड से संबंधित फर्जी सेल डीड प्रस्तुत की। इसके आधार पर फ्रिज बैंक खाते को अनफ्रीज करवाया गया। इसके बाद आरोपी ने खाते में जमा मूल राशि व ब्याज सहित कुल 59,72,608 रुपयों को एनईएफटी व आईएमपीएस के माध्यम से अपने वास्तविक बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिए। शिकायत के आधार पर पुलिस ने शिवाजी नगर थाने में संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की। आर्थिक अपराध शाखा-2 की पुलिस मामले की जांच की जा रही है। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि आगामी कार्रवाई के लिए आरोपी नवीन राणा को अदालत में पेश करके रिमांड लिया जाएगा। रिमांड के दौरान आरोपी के उसके अन्य साथियों की पहचान, अन्य संभावित धोखाधड़ी मामलों का खुलासा, ठगी की गई राशि व फर्जी दस्तावेज की बरामदगी संबंधी पूछताछ की जाएगी। पुलिस मामले में गहनता से छानबीन कर रही है।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।