Hindi News
›
Video
›
Madhya Pradesh
›
Ujjain Mahakal: Baba Mahakal, adorned with sacred ash, transformed into Lord Rama.
{"_id":"69435d3ec08952b6940ac27b","slug":"adorned-cannabis-vaishnav-tilak-moon-forehead-baba-mahakal-became-shri-ram-applying-ashes-ujjain-news-c-1-1-noi1228-3746984-2025-12-18","type":"video","status":"publish","title_hn":"Ujjain Mahakal: मस्तक पर वैष्णव तिलक और चन्द्रमा लगाकर भांग से हुआ शृंगार, भस्म रमाकर बाबा महाकाल बने श्री राम","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Ujjain Mahakal: मस्तक पर वैष्णव तिलक और चन्द्रमा लगाकर भांग से हुआ शृंगार, भस्म रमाकर बाबा महाकाल बने श्री राम
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन Published by: उज्जैन ब्यूरो Updated Thu, 18 Dec 2025 07:32 AM IST
पौष मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर आज गुरुवार सुबह भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल के दरबार में हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। इस दौरान भक्तों ने देर रात से ही लाइन मे लगकर अपने ईष्ट देव बाबा महाकाल के दर्शन किए। आज बाबा महाकाल भी भक्तों को दर्शन देने के लिए सुबह 4 बजे जागे। जिनका भांग से श्री राम के स्वरूप में शृंगार किया गया। भस्म आरती में भक्तों ने बाबा महाकाल के इस आलोकिक शृंगार के दर्शन दिए। जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल जय श्री राम की गूंज से गुंजायमान हो गया।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर मे पौष माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर आज गुरुवार सुबह 4 बजे भस्म आरती हुई। इस दौरान वीरभद्र जी से आज्ञा लेकर मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। उसके बाद भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया गया। पूजन के दौरान प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। पुजारियों और पुरोहितों ने इस दौरान बाबा महाकाल का आकर्षक स्वरूप में शृंगार कर कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट धारण कराया गया। उसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल के शिवलिंग पर भस्म अर्पित की गयी। आज के शृंगार की विशेषता यह थी कि आज चतुर्दशी पर बाबा महाकाल के मस्तक पर वैष्णव तिलक और चन्द्रमा लगाकर भांग से शृंगार किया गया। इस दौरान भस्म रमाकर बाबा महाकाल ने श्री राम के स्वरूप में दर्शन दिए। बाबा महाकाल के इन दिव्य दर्शनों का लाभ हजारों भक्तों ने लिया और जय श्री महाकाल, जय श्री राम का जयघोष भी किया। मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार स्वरूप में दर्शन देते हैं।
आरती का समय
प्रथम भस्म आरती
समय - प्रातः 4 से 6 बजे तक द्वितीय दद्योतक आरती
प्रातः 7:30 से 8:15 बजे तक तृतीय भोग आरती
प्रातः 10:30 से 11:15 बजे तक चतुर्थ संध्याकालीन पूजन
सांय 5:00 से 5:45 बजे तक पंचम संध्या आरती
सांय 6:30 से 7:15 बजे तक शयन आरती
रात्रि 10:30 से 11:00 बजे तक (आरती का यह क्रम फाल्गुन कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तक रहेगा।)
श्री महाकालेश्वर मंदिर संबंधी जानकारी के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 18002331008 है। श्री महाकालेश्वर मंदिर से संबंधित महाकाल दर्शन आरती पूजन दान सहित सभी जानकारी 24×7 निम्न नंबरों 0734-2559272, 2559277, 2559276, 2559275 पर प्राप्त कर सकते हैं।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।