उत्तरी दिल्ली के सब्जी मंडी-घंटाघर इलाके में रविवार सुबह एक इमारत की दूसरी मंजिल पर भीषण आग लग गई। हादसे के समय तीन मंजिला इमारत में 50 लोग मौजूद थे। ज्यादातर लोग निकल गए, लेकिन छह बच्चों और सात महिलाओं समेत 16 लोग दूसरी और तीसरी मंजिल पर फंस गए। लपटों के बीच लोग मदद की गुहार लगाने लगे।
पुलिस, दमकल विभाग और स्थानीय लोगों ने जान पर खेलकर सभी को सुरक्षित निकाला। हालांकि, आग से तीन लोग मामूली रूप से झुलस गए जिन्हें बाड़ा हिंदूराव अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव कार्य के दौरान दूसरी मंजिल पर एलपीजी सिलिंडर और एसी के कंप्रेसर में धमाका भी हो गया। गनीमत यह रही कि इसकी वजह से कोई हताहत नहीं हुआ। शुरुआती जांच के बाद फ्लैट में पूजा को लिए जलाए गए दीये से आग लगने की आशंका है। पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन में जुटी है। क्राइम टीम के अलावा एफएसएल की टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। सब्जी मंडी थाना पुलिस आग के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
इमारतों, छतों के रास्ते और सीढ़ी लगाकर बचाया
इमारत के भूतल पर पंजाब नेशनल बैंक है जबकि पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल पर दो-दो फ्लैट हैं। रविवार सुबह करीब 7:39 बजे अचानक दूसरी मंजिल के फ्लैट में आग लग गई। इसके बाद आग धीरे-धीरे बढ़ने लगी और दोनों फ्लैटों को चपेट में ले लिया। इस बीच पुलिस के अलावा दमकल विभाग की 11 गाड़ियां भी पहुंच गईं और तेजी से बचाव कार्य शुरू किया गया। सब्जी मंडी थाना प्रभारी राम मनोहर स्टाफ के साथ दूसरी इमारत से किसी तरह छत पर पहुंचे। उन्होंने तीसरी मंजिल पर फंसे करीब 10 लोगों को छत के रास्ते सुरक्षित निकाला।
वहीं, दमकल विभाग के एडीओ भूपेंद्र प्रकाश की टीम ने दूसरी मंजिल से पांच लोगों को बालकनी के रास्ते निकाला। इस बीच दूसरी मंजिल के फ्लैट में एलपीजी सिलिंडर में धमाका हो गया। इससे आग का गोला बाहर निकला। बाद में एक एसी का कंप्रेसर भी फट गए। तीसरी मंजिल के फ्लैट पर आग नहीं पहुंची, लेकिन वहां मौजूद लोग धुएं में फंस गए। दूसरी मंजिल पर घरेलू सामान जल गया। दमकल कर्मियों ने अंदर से तीन जले हुए एलपीजी सिलिंडर भी बरामद किए हैं। काफी प्रयासों के बाद सुबह करीब 9:35 बजे किसी तरह आग पर काबू पाया गया। दोपहर तक कूलिंग काम चला।
दूसरी मंजिल से बचाए लोग
हरिशंकर (74), रतन उर्फ रितेश शर्मा (35) पुत्र हरिशंकर, सुष्टि शर्मा (32) पत्नी रतन, सर्वग्य शर्मा (9) पुत्र रतन, रुद्र शर्मा (7) पुत्र रतन।
तीसरी मंजिल से निकाले लोग
पहले फ्लैट से सरोज मेहता (72), साकेत मेहता (46) पुत्र सरोज, ईशा मेहता (45) पत्नी साकेत, शिवाय मेहता (साढ़े तीन साल) पुत्र साकेत, डिंपल ग्रोवर (40) ईशा मेहता की बहन, लक्ष्मी (40) घरेलू सहायिका और दूसरे फ्लैट से गुंजन मेहता (42), बेटी रिधी मेहता (19), बेटा प्रियांशु मेहता (7), बेटी मान्या मेहता (ढाई साल), बेटा आदविक मेहता (1)।
यह लोग मामूली रूप से झुलसे
रतन उर्फ रितेश, रिधी, सरोज मेहता