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BJP accused Pawan Khera of having two voter IDs, Amit Malviya tweeted
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भाजपा ने पवन खेड़ा पर दो वोटर ID रखने का आरोप लगाया, अमित मालवीय ने किया ट्वीट
वीडियो डेस्क अमर उजाला डॉट कॉम Published by: आदर्श Updated Tue, 02 Sep 2025 11:54 AM IST
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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल बेहद गर्म हो गया है। एक ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी “वोटर अधिकार यात्रा” के जरिए बीजेपी पर चुनावी धांधली के गंभीर आरोप लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को निशाने पर लिया है। बीजेपी ने दावा किया है कि पवन खेड़ा के पास दो सक्रिय वोटर आईडी कार्ड हैं, जो चुनावी कानून का सीधा उल्लंघन है।
मंगलवार को बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि पवन खेड़ा के नाम पर दो सक्रिय EPIC नंबर पंजीकृत हैं। एक जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र (पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट) और दूसरा नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र (नई दिल्ली लोकसभा सीट) से।
मालवीय ने कहा – “यह अब चुनाव आयोग के लिए जांच का विषय है कि आखिर पवन खेड़ा के पास दो वोटर आईडी कैसे हैं और क्या उन्होंने एक से ज्यादा बार मतदान किया। यह चुनावी कानून का खुला उल्लंघन है।”
अमित मालवीय ने आगे आरोप लगाया कि पवन खेड़ा ने बिहार में विपक्षी गठबंधन की “वोटर अधिकार यात्रा” के दौरान भ्रामक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसका मकसद मतदाताओं को गुमराह करना और भारत की मजबूत चुनावी प्रक्रिया पर संदेह पैदा करना है।
उन्होंने कहा – “जैसे कई वोटर आईडी रखने का अपराध ही काफी नहीं था, वैसे ही पवन खेड़ा झूठे बयानों और भ्रामक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मतदाताओं को बरगलाने का काम भी कर रहे हैं।”
बीजेपी के आरोपों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटना में “वोटर अधिकार यात्रा” के समापन कार्यक्रम में तीखा पलटवार किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधा निशाना बनाते हुए कहा – “जल्द ही वोट चोरी का हाइड्रोजन बम फूटने वाला है। जब यह सामने आएगा तो नरेंद्र मोदी देश की जनता का सामना नहीं कर पाएंगे।”
राहुल ने दावा किया कि बीजेपी चुनावी धांधली के जरिए लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा – “बीजेपी को लगा कि हम चुप बैठ जाएंगे, लेकिन अब सच्चाई सामने आएगी। आने वाले समय में देश की जनता को असली वोट चोरी का चेहरा दिखेगा।”
राहुल गांधी ने अपनी बात को और मजबूती देने के लिए कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छह महीने तक वहां की वोटर लिस्ट का विश्लेषण किया और पाया कि 1,00,250 संदिग्ध मतदाताओं में से 40,009 के पते फर्जी या अवैध थे, जबकि 10,452 “बुल्क वोटर” थे जो एक ही पते पर दर्ज थे।
उनके अनुसार, कई प्रविष्टियों में पते के कॉलम में केवल “0” लिखा हुआ था, कुछ पते अस्तित्व में ही नहीं थे और कई सत्यापित नहीं हो पाए।
कांग्रेस और INDIA गठबंधन के नेताओं का आरोप है कि बिहार चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची का विशेष संशोधन कराया जा रहा है, जिसका उद्देश्य विपक्षी मतदाताओं को “वोटिंग से बाहर” करना है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह मताधिकार छीनने का षड्यंत्र है और विपक्ष इसे जनता तक ले जाएगा।
बीजेपी ने राहुल गांधी के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है। अमित मालवीय ने कहा कि यह कांग्रेस की “ड्रामा पॉलिटिक्स” है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि 1980 की वोटर लिस्ट में सोनिया गांधी का नाम तीन साल पहले दर्ज था, जबकि वह तब तक भारतीय नागरिक भी नहीं बनी थीं।
मालवीय ने कहा – “गांधी परिवार का वोटर लिस्ट से रिश्ता हमेशा विवादों से भरा रहा है। यही वजह है कि राहुल गांधी आज मतदाता सूची की गड़बड़ियों को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं।”
बिहार चुनाव से पहले यह सियासी तकरार बेहद अहम है। राहुल गांधी अपनी यात्रा के जरिए वोट चोरी और चुनावी धांधली का मुद्दा जनता के बीच ले गए हैं, जिससे विपक्षी खेमे को उम्मीद है कि मतदाता बीजेपी के खिलाफ लामबंद होंगे। दूसरी ओर, बीजेपी पवन खेड़ा के मामले को उठाकर कांग्रेस की “साख” पर सवाल खड़ा कर रही है।
बिहार चुनाव का रंग अब पूरी तरह से गरम हो चुका है। राहुल गांधी जहां “वोट चोरी” को मुद्दा बना रहे हैं और “हाइड्रोजन बम” जैसे सख्त शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं बीजेपी कांग्रेस के नेताओं पर ही नियम तोड़ने और मतदाताओं को गुमराह करने का आरोप जड़ रही है। पवन खेड़ा के दो वोटर आईडी का मामला इस चुनावी जंग में नया मोड़ लेकर आया है। आने वाले दिनों में चुनाव आयोग की भूमिका और उसके फैसले पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।
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