ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने सदन में कहा कि आतंकवादी रो रहे हैं, उनके आका रो रहे हैं और उन्हें रोता देख, यहां भी कुछ लोग रो रहे हैं। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान एक खेल खेलने की कोशिश की, वह काम नहीं आया। हवाई हमले के दौरान, उन्होंने एक और खेल खेलने की कोशिश की। वह भी काम नहीं आया। जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ, तो उन्होंने एक नई रणनीति अपनाई, आप रुक क्यों गए? वाह रे बयान बहादुरों! आपको विरोध करने के लिए एक या दूसरे बहाने की आवश्यकता होती है। इसलिए, केवल मैं ही नहीं, बल्कि पूरा देश आप पर हंस रहा है।
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि हमारा देश वीरों का देश है। हम विकास और शांति के लिए सामरिक सामर्थ्य पर फोकस करते हैं। कांग्रेस के पास पहले भी राष्ट्रीय सुरक्षा का विजन नहीं था। उसने राष्ट्रीय सुरक्षा से हमेशा समझौता किया है। वे पूछ रहे हैं कि पीओके वापस क्यों नहीं लिया? इससे पहले पूछने वालों को जवाब देना होगा। पीओके पर पाकिस्तान को कब्जा करने का मौका किसने दिया। जवाब साफ है कि जब भी मैं नेहरू जी की चर्चा करता हूं कि कांग्रेस का सिस्टम बिलबिला जाता है। आजादी के बाद से जो फैसले लिए गए,उनकी सजा आज तक देश भुगत रहा है। अक्साई चीन की जमीन को बंजर कहा गया। देश की 38 हजार वर्ग किमी जमीन हमें खोनी पड़ी।
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया नारा नहीं था। हमने पॉलिसी बदली। हमने देश में मेक इन इंडिया डिफेंस सेंक्टर में आगे बढ़ाया। रक्षा बजट तीन गुना बढ़ा है। 11 साल में रक्षा निर्यात 30 गुना बढ़ा है। हम दुनिया के 100 देशों तक पहुंचे। ऑपरेशन सिंदूर ने रक्षा बाजार में भारत का झंडा गाड़ा है। यह हमारे देश को आगे बढ़ाएगा। डिफेंस क्षेत्र में हम जो कदम उठा रहे हैं, उससे कुछ लोग परेशान हैं। ये कैसी मानसिकता है। देश को ऐसे लोगों को पहचानना होगा। मैं कहना चाहता हूं कि भारत का आत्मनिर्भर होना शस्त्रों की स्पर्धा के काल में विश्व शांति के लिए जरूरी है। भारत युद्ध नहीं बुद्ध का देश है। समृद्धि का रास्ता शक्ति से गुजरता है।