राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस की ओर से रिमांड न मांगे जाने के बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला किया। सहायक लोक अभियोजक तुषार चंदा ने बताया, 'अदालत ने दोनों आरोपियों को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने हिरासत की मांग नहीं की थी। जांच अधिकारी ने न्यायिक हिरासत की मांग की थी। अदालत ने 13 दिन की न्यायिक हिरासत मंजूर की।'
राजा केस को लेकर अब शिलांग पुलिस यह पता कर रही है कि इंदौर में सबूत किसने हटाए, क्योकि अभी भी पुलिस को सोनम के बैग, हत्या के बाद राजा के शरीर से निकाली गई चेन, अंगूठी नहीं मिल पाई है। इसके अलावा सोनम के दोनों फोन भी पुलिस अभी तक बरामत नहीं कर पाई है। अफसरों को आशंका है कि राज ने ही फ्लैट से सारे सबूत हटाए, क्योकि शिलांग पुलिस ने फ्लैट की तलाशी ली तो वहां कुछ नहीं मिला।
राजा की हत्या के बाद लंबे समय तक सोनम ने इंदौर में छुपने का प्लान बनाया था, लेकिन शिलांग के गाइड के बयान के बाद सोनम और राज सतर्क हो गए थे। गाइड ने कहा था कि उनसे राजा और सोनम के साथ तीन युवकों को देखा था। इसके बाद 7 जून को राज ने सोनम को इंदौर से सिलीगुड़ी के लिए रवाना कर दिया ताकि सोनम सिलीगुड़ी में जाकर यह बोल सके कि उसका अपहरण हो गया, लेकिन इस प्लानिंग से पहले ही शिलांग पुलिस ने राज सहित चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलांग से अफसरों की एक टीम हत्याकांड से जुड़े सबूत जुटाने के लिए इंदौर में डेरा डाले हुए है। दो दिन से अफसरों ने राजा से लेकर सोनम के परिजनों से बात की। दफ्तर, गोड़ाउन पर भी तलाशी लेने पहुंची। बुधवार रात वह हत्या के मास्टरमाइंड राज कुशवाहा के घर भी पहुंची। नंदबाग में रहने वाले राज के यहां सोनम पांच दिन रुकी थी। अफसरों ने घर की तलाशी ली और कुछ महत्पवूर्ण सबूत वे अपने साथ ले गए।