Hindi News
›
Video
›
India News
›
Vice President Election: After Amit Shah, now Naxalite violence victims have also opened a front against Sudar
{"_id":"68adae852bcb5ffe880079d0","slug":"vice-president-election-after-amit-shah-now-naxalite-violence-victims-have-also-opened-a-front-against-sudar-2025-08-26","type":"video","status":"publish","title_hn":"Vice President Election: अमित शाह के बाद अब नक्सली हिंसा पीड़ितों ने भी सुदर्शन रेड्डी के खिलाफ खोला मोर्चा","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Vice President Election: अमित शाह के बाद अब नक्सली हिंसा पीड़ितों ने भी सुदर्शन रेड्डी के खिलाफ खोला मोर्चा
वीडियो डेस्क अमर उजाला डॉट कॉम Published by: सुरेश शाह Updated Tue, 26 Aug 2025 06:24 PM IST
Vice President Election: उपराष्ट्रपति चुनाव में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक गंभीर आरोप लगाया, जिसके बाद कई अन्य भाजपा नेताओं ने भी उनपर निशाना साधना शुरु कर दिया। इस बीच, अब नक्सली हिंसा पीड़ितों ने भी सुदर्शन रेड्डी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
दरअसल, कुछ नक्सल हिंसा पीड़ितों ने कांग्रेस और विपक्ष को पत्र लिखकर उपराष्ट्रपति चुनाव में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी का समर्थन न करने की मांग की है। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि सलवा जुडूम को खत्म करने के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी सहित पीठ के फैसले से नक्सली हिंसा फिर से शुरू हो गई है।
अपने पत्र में हिंसा पीड़ित सियाराम रामटेके ने कहा कि वह कांकेर के चारगांव में उप सरपंच थे और नक्सलियों ने उन्हें कई बार गोली मारी थी। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सलवा जुडूम को भंग करने के फैसले के बाद नक्सलियों ने हिंसा बढ़ा दी थी। सलवा जुडूम जनजातीय आबादी का एक संगठन था, जो पुलिस के साथ मिलकर उग्रवादियों के खिलाफ काम करता था। उन्होंने मुझे मरा हुआ समझकर छोड़ दिया। मैं अभी भी एक शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्ति का जीवन जी रहा हूं। मेरे जैसे हजारों लोग मानते हैं कि यदि सलवा जुडूम को भंग नहीं किया गया होता तो नक्सलवाद बहुत पहले ही समाप्त हो गया होता। उन्होंने विपक्षी सांसदों से अपील की कि वे ऐसे उम्मीदवार को वोट न दें, जिसके फैसले के कारण उन्हें उग्र हिंसा का सामना करना पड़ा।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।