शनिवार रात छिंदवाड़ा जिले के छोटी बाजार में गणपति विसर्जन जुलूस के दौरान आतिशबाजी की एक चिंगारी से एक दुकान में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया, जिससे बाजार में अफरा-तफरी मच गई। दुकान के नीचे रखे पांच गैस सिलेंडरों से खतरा और बढ़ गया, लेकिन स्थानीय युवाओं की बहादुरी से बड़ा हादसा टल गया। रात करीब 1:30 बजे आग पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया। इस घटना ने प्रशासन की लचर तैयारियों को उजागर कर दिया।
घटना के दौरान आग बुझाने पहुंची फायर ब्रिगेड की स्थिति ने प्रशासन की पोल खोल दी। न तो उनके पास पर्याप्त सुरक्षा उपकरण थे, न ही पर्याप्त कर्मचारी। रिकॉर्ड में 15 कर्मचारी दर्ज थे, लेकिन मौके पर सिर्फ 2-3 ही मौजूद मिले। कर्मचारियों को बिना सेफ्टी किट के आग की लपटों से जूझना पड़ा। डीजल की कमी और पानी की आपूर्ति में रुकावट ने हालात को और बिगाड़ दिया। मजबूरी में दूसरी जगह से अतिरिक्त फायर ब्रिगेड बुलानी पड़ी। स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए कि अगर इतने बड़े हादसे के लिए प्रशासन तैयार नहीं, तो आपातकाल में क्या होगा?
युवाओं ने दिखाई हिम्मत
प्रशासन की कमियों के बीच छोटी बाजार के युवाओं ने हार नहीं मानी। उन्होंने बाल्टियों में पानी भरकर और सीढ़ियों के सहारे दुकान की ऊपरी मंजिल तक पहुंचकर आग बुझाने में अहम भूमिका निभाई। कई युवा बिना अपनी जान की परवाह किए आग की लपटों के बीच कूद पड़े। उनकी बहादुरी ने न केवल आग पर काबू पाने में मदद की, बल्कि पूरे समाज के लिए एक मिसाल कायम की। स्थानीय निवासी रमेश साहू ने कहा, युवाओं ने जान जोखिम में डालकर बाजार को बचा लिया। अगर वे न होते, तो नुकसान बहुत बड़ा हो सकता था।
ये भी पढ़ें:
अवैध संबंध में हत्या, पहली ने छोड़ा, दूसरी मां नहीं बन सकी, तीसरी पत्नी ने पति को ही मरवा डाला; कहानी
प्रशासन का एक्शन, कलेक्टर ने संभाला मोर्चा
आग की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह, जिला पंचायत CEO अग्रिम कुमार, ADM धीरेन्द्र सिंह, SDM सुधीर जैन, निगम उपायुक्त बाथम और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। कलेक्टर ने खुद टॉर्च लेकर कर्मचारियों को रोशनी दिखाई और आग बुझाने में सहायता की। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य तेज करने और प्रभावित दुकानदारों को हरसंभव मदद देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि नुकसान का आकलन कर प्रभावितों को सरकारी सहायता दी जाएगी। साथ ही, ऐसी घटनाओं से बचने के लिए व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जाएगा।
ये भी पढ़ें:
छह घंटे से कीचड़ में पड़ा था शव, पुलिस उठाने पहुंची तो अचानक खड़ा हो गया सरपंच, बोला- मैं जिंदा हूं