दमोह जिले की हटा विधानसभा के हटा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष गोपाल पटेल अपनी ही पार्टी के तीन मंत्रियों से खफा नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे कहते दिख रहे हैं कि मंत्री अब मुख्यमंत्री भी बन जाएं तो मेरे कार्यक्रम में कभी नहीं आएंगे। पटले का यह गुस्सा दादपुर में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में आमंत्रण देने के बाद भी मंत्रियों के नहीं आने पर फूटा।
दरअसल, बीते दिनों प्रदेश सरकार के तीन मंत्री पंचायत मंत्री प्रह्लाद पटेल, पशुपालन मंत्री लखन पटेल और संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र लोधी जिले के दौरे पर थे। उन्होंने कुंडलपुर में रुक्मणि देवी मंदिर परिसर के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया था। इसी दिन भाजपा मंडल अध्यक्ष गोपाल पटेल द्वारा आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन भी था। पटेल ने पहले ही तीनों मंत्रियों से टूर्नामेंट में आने की स्वीकृति ली थी और उनके नाम बाकायदा आमंत्रण पत्र में दिए गए थे। मंत्रियों के आगमन की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग क्रिकेट मैदान में एकत्रित हुए थे।
तीनों मंत्री कुंडलपुर के कार्यक्रम में शामिल हुए और बिना क्रिकेट टूर्नामेंट में आए वापस चले गए। जब मंडल अध्यक्ष गोपाल पटेल को इसकी जानकारी मिली तो वे मंच पर ही माइक से नाराजगी जताने लगे। इस दौरान उन्होंने कहा- 'अब ये मंत्री मुख्यमंत्री भी बन जाएं तो भी मैं उन्हें किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाऊंगा। मैं पार्टी का एक जिम्मेदार कार्यकर्ता हूं और यह बात स्पष्ट रूप से कह रहा हूं। मेरे दोस्त और नजदीकी लोग मेरे कार्यक्रम में शामिल होंगे, लेकिन ये मंत्री नहीं। मंत्री बनते हैं, हम बनाते हैं। आज के बाद चाहे ये मुख्यमंत्री भी बन जाएं, मैं इन्हें आमंत्रित नहीं करूंगा।'
वीडियो वायरल होने के बाद दी सफाई
वीडियो वायरल होने के बाद ग्रामीण मंडल अध्यक्ष गोपाल पटेल ने सफाई देते हुए कहा कि "मेरा बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।" उन्होंने कहा कि "लोग मंत्रियों के न आने से आहत थे, जबकि मंत्रियों का पूर्व में कुण्डलपुर में कार्यक्रम तय था, इसलिए वे टूर्नामेंट में नहीं आ सके।"