गुना जिले के मृगवास थाने में बुधवार दोपहर 24 से अधिक बंजारा समाज के लोग हथियार, लाठियां और लुहांगी लेकर थाने पहुंच गए। लोगों ने वहां उपद्रव मचाते हुए तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों से अभद्रता, गाली-गलौज और धक्का-मुक्की भी की। पुलिसकर्मियों की संख्या कम होने के कारण थाने का स्टाफ कुछ समय तक बैकफुट पर नजर आया। उपद्रवियों ने परिसर में रखी एक बाइक तोड़ दी और गमला फोड़ दिया। हंगामा मचाने के बाद सभी आरोपी मौके से भाग निकले। देर रात पुलिस ने करीब 24 लोगों की पहचान कर ली और उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, बलवा और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी धाराओं में मामला दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
जानकारी के मुताबिक लीलवेह खुर्द गांव से करीब 24 बंजारे गिरधारीलाल बंजारा के नेतृत्व में ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर मृगवास थाने पहुंचे। उनका आरोप था कि लाखन गुर्जर नाम के व्यक्ति ने जगदीश बंजारा नाम के युवक के साथ मारपीट की है। उन्होंने यह भी कहा कि घटना के दौरान पुलिसकर्मी धीरेंद्र बघेल मौके पर मौजूद था, लेकिन उसने केवल समझाइश दी और कार्रवाई नहीं की। इसी बात से नाराज होकर बंजारा समाज के लोग सीधे थाने पहुंच गए। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी को देखकर भीड़ और भड़क गई और उपद्रव मचाना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मियों से गाली-गलौज करते हुए उन्होंने परिसर में रखी एक बाइक को नुकसान पहुंचाया और गमले तोड़ दिए।
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विवाद नया नहीं
लाखन गुर्जर और बंजारा समाज के बीच रंजिश पिछले एक वर्ष से अधिक समय से चली आ रही है। बंजारा समाज के नेता गिरधारीलाल बंजारा ने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं देती। उन्होंने कहा “हमारे साथ कोई भी घटना होती है तो पुलिस कार्रवाई नहीं करती। लाखन गुर्जर खेतों में चोरी करवाता है, धमकाता है, लेकिन उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। हमने थाने से लेकर कलेक्टर तक शिकायतें कीं, फिर भी सुनवाई नहीं हुई।” उनका कहना है कि पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने की नाराजगी में ही समुदाय के लोग योजनाबद्ध तरीके से थाने पहुंचे और विरोध जताया।
मृगवास थाना प्रभारी गोपाल चौबे ने बताया कि दोपहर में बंजारों का एक समूह ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर थाने आया था। “लोगों को समझाइश दी गई, जिसके बाद वे वहां से चले गए। उपद्रव के दौरान थाने में कुछ नुकसान हुआ है। आरोपियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ बलवा और शासकीय कार्य में बाधा की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया जा रहा है।”
पुलिस का कहना है कि घटना की CCTV फुटेज और मोबाइल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले वर्ष उकावद चौकी में भी इसी तरह का उपद्रव हुआ था, जब कुछ लोगों ने सामूहिक रूप से बलवा कर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था।
मृगवास की घटना उसी प्रवृत्ति का दोहराव बताई जा रही है।