राजगढ़ कोतवाली थाने की पुलिस ने 17 और 18 दिसंबर को राजगढ़ जिला अस्पताल के एसएनसीयू में ऑक्सीजन पर भर्ती 11 नवजात बच्चों की जिंदगी खतरे में डालने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें रिमांड पर लेकर पुलिस अन्य संलिप्त आरोपियों की तलाश कर रही है।
राजगढ़ एसपी आदित्य मिश्रा ने सोमवार शाम पुलिस कंट्रोल रूम में चोरी की घटना का खुलासा करते हुए बताया, राजगढ़ जिला अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन की चोरी एक बार नहीं बल्कि दो बार हुई है। इस चोरी के पूर्व में एक बार और चोरी वेस्ट पड़े हुए ऑक्सीजन के कॉपर पाइप की हुई थी। लेकिन अस्पताल के जिम्मेदार लोगों के द्वारा मामले की लिखित और मौखिक शिकायत नहीं की गई, जिस कारण यह दूसरी बार उसी तरह की घटना को अंजाम दिया गया, जिससे जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती बच्चो की जान पर बन आई थी। हालांकि, स्टॉफ के द्वारा तुरन्त गंभीर स्थिति को भांपते हुए बच्चों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा दिया गया था, जिससे गंभीर घटना होने से टल गई।
हमारी टीम ने जांच के दौरान पाया कि अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे जिनकी रिपोर्ट ओके थी। उनमें से अधिकाशं कैमरे बंद थे और घटना से पूर्व में हुई एक और चोरी की जानकारी भी अस्पताल प्रबंधन के द्वारा नहीं दी गई थी, जिस कारण यह घटना दोबारा घटित हुई और चोर कॉपर पाइप चुराकर ले गया था, जिसमें दिलीप पिता प्रेमलाल मालवीय का नाम सामने आया और उसने अपना जुर्म कुबूल करते हुए उक्त चोरी के पाइप को जलील उर्फ जल्ला और आशिक पिता यासीन शाह को बेचना बताया, जिनके विरुद्ध बीएनएस की धारा-109 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। साथ ही अस्पताल की सुरक्षा एजेंसी और प्रबंधन को नोटिस जारी किए गए हैं।