राजगढ़ जिले की 14 नगरीय निकायों में से एक छापीहेड़ा नगर पंचायत से एक मामला सामने आया है, जहां अपने वार्ड में हो रहे गुणवत्ताहीन कार्य की शिकायत करने पर शिकायतकर्ता ने नगर पंचायत अध्यक्ष पुत्र और ठेकेदार पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं। पूरे मामले की लिखित शिकायत स्थानीय छापीहेड़ा थाने में भी की है।
पीड़ित राजू मालवीय के मुताबिक वह छापीहेड़ा नगर के वार्ड क्रमांक 14 का स्थानीय निवासी है। 11 दिसम्बर को उसने अपने वार्ड में हो रहे घटिया निर्माण की शिकायत छापीहेड़ा नगर पंचायत सीएमओ से की थी, जिसमें उसने यह बताया था कि उसके वार्ड में घटिया निर्माण कार्य किया जा रहा है, जो कि निर्धारित स्टीमेट के अनुरूप नहीं है। इसकी वीडियो और फोटोग्राफी भी उसके पास उपलब्ध है।
छापीहेड़ा थाने में की गई लिखित शिकायत में उल्लेख किया गया कि गुणवत्ताहीन कार्य की शिकायत के लगभग 2 से 3 दिन के पश्चात नगरपालिका से किसी कर्मचारी का फोन आया और उसे यह कहकर बुलाया गया कि अध्यक्ष जी उसे बुला रहे हैं। लेकिन वहां कोई नहीं था दो-चार कर्मचारी थे, कुछ देर इंतजार करने के बाद वहां नगरपालिका अध्यक्ष के पुत्र प्रवीण खटीक और रामबाबू नागर और मुकेश चौधरी आए, उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि तू बारूद के ढेर पर बैठा है, कभी भी कुछ भी हो सकता है।
उक्त शिकायत को लेकर छापीहेड़ा थाना प्रभारी सुनील केवट ने कहा कि संबंधित द्वारा शिकायती आवेदन दिया गया है कि उसे जान से मारने की धमकी दी गई है। हम आवेदन की शिकायत की जांच कर रहे हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगामी कार्यवाही की जाएगी।
नगर पंचायत सीएमओ हरिओम शर्मा के मुताबिक संबंधित शिकायतकर्ता द्वारा गुणवत्ताहीन सीसी रोड निर्माण की शिकायत तो की गई है, लेकिन अभी उसकी टेस्ट रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के पश्चात आगामी कार्रवाई संपादित की जाएगी। वहीं दोनों के बीच हुए विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। प्रवीण खटीक अध्यक्ष के पुत्र जरूर हैं, लेकिन अध्यक्ष प्रतिनिधि नहीं हैं और प्रतिनिधि नहीं होता है।
अध्यक्ष के पुत्र प्रवीण खटीक ने संबंधित शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है और कहा कि मेरे साथ दस लोग और वहां मौजूद थे। मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा, जबकि मैं अच्छे तरीके से काम को अंजाम दिलवा रहा हूं। मेरे ऊपर लगे आरोप सरासर गलत हैं।