सीहोर जिले के आष्टा में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वीआईटी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। ब्लॉक, शहर और ग्रामीण कांग्रेस की संयुक्त रैली में कार्यकर्ताओं ने हाथों में बैनर लिए नारे लगाए और छात्रों के साथ हुए कथित शोषण पर तीखी नाराजगी जताई। रैली तहसील कार्यालय पहुंची, जहां तहसीलदार रामलाल पगारे को ज्ञापन सौंपकर कॉलेज प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। प्रदर्शन के दौरान क्षेत्र में तनाव और आक्रोश का माहौल स्पष्ट दिखाई दे रहा था।
पिछले सप्ताह जिले के कोठरी स्थित वीआईटी कॉलेज में छात्रों की तबीयत खराब होने के बाद परिसर में हंगामा और तनाव फैल गया था। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि कॉलेज परिसर में स्वच्छ पानी और भोजन जैसी मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है। वीआईटी कांड पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह ठाकुर ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अव्यवस्था ने छात्रों को अन्याय की आग में झोंक दिया, बीमारियों और एक छात्रा की मौत के बाद भी सरकार मौन है। सुरक्षा अधिकारियों की मारपीट तानाशाही का प्रतीक है। मगर कलेक्टर, एसपी और प्रभारी मंत्री ने अंदर कुछ नहीं हुआ, कहकर वीआईटी प्रबंधन को बचाने की कोशिश की। यह खुला संरक्षण भाजपा सरकार की मिलीभगत साबित करता है। वीआईटी प्रशासन द्वारा चलाई जा रही गलत गतिविधियों की एसआईटी (SIT) द्वारा जांच कराई जाए।
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विरोध की आवाज दबाने की गई मारपीट, छात्रों का सब्र टूटा
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब छात्रों ने अपनी समस्याएं शांतिपूर्वक प्रबंधन के सामने रखनी चाहीं, तो प्रबंधन के इशारे पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों ने छात्रों के साथ मारपीट और बदसलूकी की। इस घटना ने छात्रों का धैर्य तोड़ दिया, जिसके बाद पूरा मामला भड़क उठा। उन्होंने कहा कि हिंसा के लिए छात्रों को दोषी ठहराना गलत है, क्योंकि असली गलती प्रबंधन की लापरवाही और दबाव की नीति की थी। कांग्रेस ने केवल छात्रों के मुद्दे ही नहीं, बल्कि किसानों की समस्याओं को भी जोरदार तरीके से उठाया। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि कॉलेज प्रबंधन शासकीय भूमि और रास्तों पर कब्जा कर रहा है तथा पास के किसानों को परेशान कर रहा है। नगर पंचायत कोठरी द्वारा तीन से अधिक नोटिस देने के बाद भी प्रबंधन द्वारा कोई जवाब न देना उसकी मनमानी और प्रभाव के दुरुपयोग को साबित करता है। कांग्रेस ने मांग की कि कॉलेज द्वारा खरीदी गई ज़मीन की जांच हो और किसानों के रास्ते तत्काल बहाल किए जाएं।
छात्रों पर छुट्टी का संकट
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र सिंह शोभाखेड़ी ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन ने हंगामे के बाद छात्रों को अचानक छुट्टी देकर हॉस्टल से निकलवा दिया, जिससे वे असुरक्षित स्थिति में बाहर फेंक दिए गए। अचानक यात्रा और आवास में बदली परिस्थितियों के कारण छात्रों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ा। कांग्रेस ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा, रहने की व्यवस्था और खर्च की भरपाई की जिम्मेदारी कॉलेज प्रबंधन की है, न कि अभिभावकों की।
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प्रशासन ने दिए सुधार के निर्देश, लेकिन हालत गंभीर
एसडीएम नितिन कुमार टाले ने पुष्टि की कि पीएचई विभाग की रिपोर्ट कॉलेज प्रबंधन को भेजकर तुरंत सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं। सुधार के बाद दोबारा सैंपल लिया जाएगा और स्वास्थ्य मानकों की पुष्टि की जाएगी। कांग्रेस ने प्रशासन से माँग की कि यह सिर्फ कागजों पर जांच न हो, बल्कि जिम्मेदारों पर ठोस दंडात्मक कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में छात्रों को किसी भी प्रकार के जोखिम का सामना न करना पड़े और शिक्षा के पवित्र वातावरण पर प्रबंधन की मनमानी हावी न हो पाए।

वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह ठाकुर ने सरकार पर तीखा हमला बोला
प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया।