टीकमगढ़ शहर के बस स्टैंड के पास रहने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मनोज श्रीवास्तव ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर टीकमगढ़ विधानसभा के पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी पर जमीन हड़पने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। साथ ही एक आवेदन पुलिस अधीक्षक को दिया है।
टीकमगढ़ शहर के नए बस स्टैंड के पास रहने वाले मनोज श्रीवास्तव ने पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन दिया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने आज से तीन वर्ष पूर्व टीकमगढ़ जिले के श्रीनगर गांव में जमीन खरीदी थी। जो टीकमगढ़ विधानसभा के अंतर्गत आता है, उस जमीन पर पार्वती रैकवार और उनके दो पुत्रों द्वारा कब्जा कर लिया गया है, जिसको वह हटाने के लिए बोलते हैं तो गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देते हैं। इसी क्रम में वह अपनी जमीन पर गए तो पार्वती रैकवार ओर उसके बेटे मुकेश और दीपू आ गए, जिन्होंने गाली-गलौज किया और जान से मारने की धमकी दी।
इसके बाद उन्होंने तुरंत डायल हंड्रेड को फोन किया तो डायल हंड्रेड सभी को लेकर देहात पुलिस थाना आ गई। जहां पर कुछ समय में टीकमगढ़ विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी पहुंचे और उन्होंने देहात थाना प्रभारी के सामने मुझे जान से मारने की धमकी दी और कहा कि अगर तुम उस जमीन पर गए तो हरिजन एक्ट लगवा दिया जाएगा और तुम स्वास्थ्य विभाग में नौकरी नहीं कर पाओगे। इससे कर्मचारी घबरा गया और अपने घर चला गया रोते हुए। उसने कहा कि लगातार उसके ऊपर पूर्व विधायक दबाव बना रहे हैं कि जमीन उनको बेच दे, उसने कहा कि उसने अपने फंड से कर्ज लेकर के इस जमीन को खरीदा है। लेकिन पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी उसके ऊपर लगातार दबाव बना रहे हैं कि वह जमीन बेच दे, वह बेचता नहीं है तो उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक ने देहात थाना प्रभारी रवि गुप्ता के सामने धमकी दी है। इसके बाद घबराकर स्वास्थ्य कर्मचारी ने टीकमगढ़ की पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर के अपने जान माल की रक्षा करने और जमीन को बचाने की गुहार लगाई है।
पूर्व विधायक के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीण एसपी ऑफिस
श्रीनगर गांव की रहने वाली पार्वती रैकवार पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी के नेतृत्व में शनिवार की शाम पुलिस अधीक्षक कार्यालय टीकमगढ़ पहुंचे जहां पर उन्होंने आवेदन दिया। मीडिया से बात करते हुए राकेश गिरी ने कहा कि मनोज श्रीवास्तव एक फ्रॉड आदमी है, जिसने बिना कलेक्टर की परमिशन के पट्टे की जमीन खरीदी है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि पार्वती रैकवार की जमीन पर वह पेड़ काट रहा था, जिसको लेकर विवाद हुआ है। पूर्व विधायक ने कहा कि वह गरीबों की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसमें कुछ माफिया शामिल हो गए हैं, जिसे राजनीतिक रंग दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया को भी निशाना बनाया।
सट्टा खिलाने वाले मीडियाकर्मी करते हैं पूरा खेल
टीकमगढ़ विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस मामले को तूल देने में सट्टा खिलाने वाले कुछ पत्रकार शामिल हैं, जो मेरे खिलाफ लगातार खबरें छापते हैं और मेरी छवि को धूमिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह कई बार टीकमगढ़ के पुलिस अधीक्षक को भी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कोई सट्टा खिलाने वाले पत्रकार पर कार्रवाई नहीं होती है।
उन्होंने कहा कि टीकमगढ़ में अधिकांश पत्रकार सट्टा खिला रहे हैं और इस मामले को राजनीतिक रंग देने के लिए मनोज श्रीवास्तव का साथ दे रहे हैं, मेरा उससे कोई लेना-देना नहीं है। मैं तो गरीबों की लड़ाई लड़ रहा हूं और आखिर दम तक लड़ता रहूंगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि मनोज श्रीवास्तव एक फ्रॉड आदमी है, जो लोगों के साथ ठगी का काम करता है। इसके खिलाफ 420 का मामला दर्ज होना चाहिए। क्योंकि इसने जमीन बिना कलेक्टर के परमिशन की खरीदी है और वह स्वास्थ्य विभाग में रहते हुए नियमों के विरुद्ध नौकरी कर रहा है, जिससे मोहन सरकार की फजीहत हो रही है।