मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को उज्जैन स्थित कालिदास अकादमी में लोक निर्माण विभाग की 155 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस की पुरानी सरकारें निर्णय लेने में कमजोर रही हैं, जबकि वर्तमान सरकार निर्णायक फैसलों के लिए जानी जाती है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "कहने को तो वे सरदार थे, लेकिन कभी मुंह से आवाज नहीं निकली। इसी कमजोरी का परिणाम था कि हमारे सैनिकों के सिर पाकिस्तानी सैनिक काटकर ले जाते थे और उनके सिर से फुटबॉल खेला जाता था। राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, "डोकलाम विवाद के समय राहुल गांधी ने चीन का पक्ष लिया। मुंबई हमले पर भी उनका कोई ठोस बयान नहीं आया। यहां तक कि हमारे प्रदेश के एक पूर्व मुख्यमंत्री आतंकवादियों के सामने ‘जी’ लगाकर बात करते थे।"
मुख्यमंत्री ने केंद्र की भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा, "आज भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बदल चुका है। उरी हमले के बाद सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की और पाकिस्तान को जवाब दिया। जब विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ा गया, तब पाकिस्तान ने कई बार बातचीत की कोशिश की, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट संदेश दिया कि हमारे सैनिक को एक उंगली भी लगाई, तो भारत सीधा युद्ध करेगा। पाकिस्तान की तीसरी गलती पर ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उसे सबक सिखाया गया।"
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राहुल गांधी पर हमला जारी रखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "राहुल गांधी सेना पर सवाल उठाते हैं, सुप्रीम कोर्ट में ‘चौकीदार’ टिप्पणी पर माफी मांग चुके हैं और अब चुनाव आयोग को भी निशाने पर ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, "नादान की दोस्ती जी का जंजाल बन जाती है, और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस धीरे-धीरे पूरे देश से बाहर हो गई है। राहुल ना तो सेना को मानते हैं, ना सुप्रीम कोर्ट को और अब तो लोकतांत्रिक संस्थाओं पर भी भरोसा नहीं करते। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में तेज़ी से हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार जनहित के कार्यों में पूरी प्रतिबद्धता से जुटी है और आने वाले समय में उज्जैन सहित पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर बुनियादी ढांचे को और सशक्त किया जाएगा।