राजाधिराज महाकाल की सवारी के दौरान अब श्रद्धालु पालकी के पास सेल्फी या वीडियो नहीं ले सकेंगे। पुलिस और प्रशासन ने श्रद्धा और व्यवस्था दोनों को ध्यान में रखते हुए इस बार ‘नो सेल्फी, सिर्फ सेवा’ अभियान के तहत विशेष योजना तैयार की है। एसपी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि सवारी के दौरान पालकी के आसपास किसी भी श्रद्धालु को सेल्फी लेने की अनुमति नहीं होगी। इसके लिए पालकी के चारों ओर विशेष पुलिस दल तैनात रहेगा, जो लगातार निगरानी करेगा। पुलिस सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध करेगी कि वे महाकाल की सवारी के दौरान मोबाइल कैमरे का उपयोग न करें और केवल बाबा की सेवा व दर्शन में मन लगाएं।
उल्लंघन पर हो सकती है सख्त कार्रवाई
प्रशासन की योजना के अनुसार, यदि कोई श्रद्धालु नियमों का उल्लंघन करता है तो उसका मोबाइल जब्त किया जा सकता है या उसे पालकी के घेरे से बाहर कर दिया जाएगा। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल और मोबाइल डिटेक्शन टीमें तैनात की जाएंगी।
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क्यों जरूरी पड़ी यह व्यवस्था?
प्रशासन का कहना है कि सवारी के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु केवल फोटो और वीडियो बनाने में व्यस्त रहते हैं, जिससे कई बार अव्यवस्था फैलती है। लोग एक-दूसरे को धक्का देते हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित होती है और महाकाल की सवारी की गरिमा भी बाधित होती है। इसी वजह से इस बार पूरी सवारी व्यवस्था को अनुशासित और भक्ति भाव से युक्त रखने के लिए मोबाइल पर नियंत्रण का फैसला लिया गया है।
सख्त निगरानी के होंगे इंतजाम
सवारी मार्ग पर सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी की जाएगी। मोबाइल डिटेक्शन टीम विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं पर नजर रखेगी जो वीडियो या फोटो लेने का प्रयास करते हैं। यदि कोई श्रद्धालु ऐसा करते हुए पाया जाता है, तो तत्काल टोका जाएगा और ज़रूरत पड़ने पर सवारी क्षेत्र से बाहर किया जा सकता है। एसपी प्रदीप शर्मा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस बार सिर्फ सेवा भाव रखें और बाबा महाकाल की दिव्यता को बनाए रखने में सहयोग करें।