अगले साल आने वाली मकर संक्रांति पर उज्जैन में ‘महाकाल महोत्सव’ का आयोजन किया जाएगा। यह फैसला कलेक्टर रोशनसिंह की अध्यक्षता में हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया। 10 से 14 जनवरी तक होने वाले महाकाल महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम, शैव परंपरा से संबंधित प्रस्तुतियां होंगी और प्रदर्शनी लगाई जाएगी। महाकाल महोत्सव नए साल में उज्जैन आने वाले दर्शनार्थियों के लिए आकर्षण का नया केंद्र होगा।
यह निर्णय भी लिए गए
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वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए 278 करोड़ के वार्षिक बजट को स्वीकृति प्रदान की गई।
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मंदिर समिति कर्मचारियों के महंगाई भत्ता, एरियर एवं बोनस के भुगतान पर सहमति बनी।
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श्रावण मास में पुजारी एवं पुरोहितों के मानदेय वितरण से संबंधित निर्णय लिया गया।
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मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई ‘श्री अन्न प्रसाद योजना’ एवं ‘श्री महाकालेश्वर बैण्ड’ पहल की प्रशंसा की गई।
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भीड़ प्रबंधन को सुचारू बनाने हेतु प्रवेश एवं निर्गम मार्गों में आवश्यक सुधार पर सहमति व्यक्त की गई।
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ऑनलाइन दर्शन, टिकट एवं दान सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने हेतु डिजिटल प्रणाली के विस्तार पर चर्चा की गई।
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मंदिर द्वारा संचालित अतिथि निवास की नई दरें लागू करने पर निर्णय लिया गया।
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सोशल मीडिया एवं अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मंदिर की गतिविधियों के सुगठित एवं प्रभावी प्रसारण पर सहमति बनी।
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सभी प्रमुख प्रवेश द्वारों पर आवश्यकता अनुसार नए दरवाजे स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया।
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यह रहे उपस्थित
कलेक्टर एवं समिति अध्यक्ष रोशन कुमार सिंह, उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल, महंत विनीत गिरि महाराज, मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक, नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अतेंद्र सिंह, उज्जैन विकास प्राधिकरण सीईओ संदीप सोनी, संस्कृत महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा शर्मा सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को और अधिक सुव्यवस्थित एवं आधुनिक बनाया जाएगा। साथ ही, मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं, दर्शन व्यवस्था तथा प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।