मध्यप्रदेश के उज्जैन में कुछ पोस्टर लगे हैं जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। ये पोस्टर पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में लगाए गए हैं। पोस्टरों में लिखा है, "अगर धर्म पूछकर गोली मारी जा सकती है, तो धर्म पूछकर ही व्यापार भी होगा।" इन पोस्टरों पर बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) का नाम भी लिखा हुआ है। अब ये पोस्टर चर्चा का विषय बन गए हैं।
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने लगाए पोस्टर
कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने लोगों से धर्म पूछकर गैर-मुस्लिमों को मार डाला था। इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा फैल गया और जगह-जगह प्रदर्शन हुए। अब बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद जैसे हिंदू संगठनों ने इस हमले के विरोध में पोस्टर लगाना शुरू कर दिया है। उज्जैन में कुछ ऐसे ही पोस्टर देखे गए, जिनमें लिखा है, "अगर धर्म पूछकर गोली मारी जा सकती है, तो अब व्यापार भी धर्म पूछकर ही होगा। अपने बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए… अब तो नाम पूछना ही पड़ेगा। आदत डालिए नाम पूछने की."
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इन पोस्टरों में जम्मू-कश्मीर का नक्शा भी दिखाया गया है, और पहलगाम हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की तस्वीर और उनके पास बैठी उनकी पत्नी हिमांशी भी नजर आ रही हैं। ये पोस्टर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की तरफ से लगाए गए हैं।
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री ने कही ये बात
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री अंकित चौबे ने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या की गई थी। हमले से पहले आतंकियों ने लोगों से धर्म पूछा और फिर गोली मार दी। इसी के विरोध में संगठन ने उज्जैन में 10 जगहों पर पोस्टर और होर्डिंग लगाए हैं।
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अंकित चौबे ने कहा कि ये पोस्टर जनता को जागरूक करने के लिए लगाए गए हैं। उनका कहना है कि जब आतंकवादी धर्म देखकर लोगों को मार सकते हैं, तो लोगों को भी खरीदारी करते समय दुकानदार का धर्म जानना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उज्जैन एक धार्मिक नगरी है और यहां कई गैर-हिंदू व्यवसायी महाकाल मंदिर के आसपास होटल और अन्य कारोबार कर रहे हैं, लेकिन पहलगाम हमले के बाद इनमें से किसी ने भी विरोध नहीं किया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने यह कदम ‘जिहादी मानसिकता’ के खिलाफ उठाया है और उनका विरोध उन लोगों से है जो देशविरोधी नारे लगाते हैं।