Hindi News
›
Video
›
Madhya Pradesh
›
Vidisha Video Sahariya tribals were evicted by calling their farms and houses encroachment
{"_id":"675c659bfa8740d7700582b3","slug":"video-vidisha-video-sahariya-tribals-were-evicted-by-calling-their-farms-and-houses-encroachment","type":"video","status":"publish","title_hn":"Vidisha Video: सहारिया आदिवासियों के खेत और मकान को अतिक्रमण बताकर किया बेदखल, कलेक्टर के पास पहुंचे लोग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Vidisha Video: सहारिया आदिवासियों के खेत और मकान को अतिक्रमण बताकर किया बेदखल, कलेक्टर के पास पहुंचे लोग
न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, विदिशा Published by: अरविंद कुमार Updated Fri, 13 Dec 2024 10:20 PM IST
Link Copied
मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के अंतर्गत आने वाली वन विभाग की भूमि पर पिछले कई वर्षों से रह रहे सहारिया आदिवासियों को गुरुवार को वन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए खेतों और मकानों को अतिक्रमण बताकर बेदखल कर दिया, जिसके पश्चात शुक्रवार को ग्रामीण विदिशा कलेक्टर के पास पहुंचे और अपनी पीड़ा ज्ञापन के माध्यम से बताई।
आपको बता दें विदिशा तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम गंगरवाडा के मेहंदीपुर बस्ती में रहने वाले सहरिया आदिवासी परिवारों की जमीनों पर वन विभाग द्वारा खड़ी फसल को रौंधने और वहां तार फेंसिंग करने का प्रयास किया जा रहा है।
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोहित रघुवंशी पूर्व प्रदेश महामंत्री सुभाष बोहत अरुण स्वास्थ्य सहित अन्य नेताओं द्वारा कलेक्टर के पास पहुंचकर सहरिया आदिवासियों की इस समस्या को उठाते हुए कहा गया कि एक ओर जहां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहरिया आदिवासियों को उनके घर पर पहुंचकर सुविधा दे रहे हैं तो यहां प्रशासन इन नियमों की अनदेखी करते हुए उन्हें बेघर करने पर तुला है।
बताया गया कि यहां तीन पीढ़ियों से सहरिया आदिवासी रह रहे हैं। उसके बाद भी उनकी जमीनों पर प्रशासन द्वारा इस प्रकार से कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में उन्होंने कलेक्टर से मुलाकात की और कलेक्टर से इस संबंध में कार्रवाई को रोकने और सहारिया आदिवासियों को यथावत रखने की मांग कि बात कहते हुए पट्टे उपलब्ध कराए जाने के संबंध में अपनी राय रखी।
वहीं, पीड़ित आदिवासियों के मुताबिक चालीस से पचास परिवार लगभग कई वर्षों से पहाड़ी के पास स्थित जमीन पर खेती करके अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। लेकिन गुरुवार को बगैर किसी नोटिस के वन विभाग के लोग आए और हमारी फसलों को हटाने लगे।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।