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मोगा में पंजाब राज्य महिला आयोग ने पुलिस लाइन में लगाया खुला दरबार, महिलाओं की समस्याएं सुनीं
पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती राज लाली गिल ने आज मोगा पुलिस लाइन में खुला दरबार लगाकर महिलाओं की समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने मौके पर ही पुलिस अधिकारियों को शिकायतों का तुरंत निपटारा करने के निर्देश दिए। आज की इस लोक अदालत में आयोग द्वारा लगभग 50 मामलों की सुनवाई की गई।श्रीमती राज लाली गिल ने बताया कि आयोग हर जिले में जाकर महिलाओं को पेश आ रही समस्याओं के समाधान पर विशेष ध्यान दे रहा है, क्योंकि कई पीड़ित महिलाएं मोहाली स्थित आयोग तक नहीं पहुंच पातीं। इसी कारण आयोग द्वारा जिलों में ही लोक दरबार लगाकर समस्याओं को सुना जाता है और कोशिश की जाती है कि मौके पर ही समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि आयोग पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है और आयोग निष्पक्ष होकर मामलों की जांच करता है।राज लाली गिल ने कहा कि लिव-इन-रिलेशनशिप के बढ़ते मामले समाज के लिए चिंता का विषय हैं। उन्होंने कहा कि युवक-युवतियां ही नहीं, बल्कि कई विवाहित पुरुष और महिलाएं भी लिव-इन-रिलेशनशिप की ओर बढ़ रहे हैं, जो हमारे समाज को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, इससे बचने की आवश्यकता है।
चेयरपर्सन ने बताया कि कई मामलों में पुलिस जांच अधिकारियों को दोबारा जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब राज्य महिला आयोग का उद्देश्य है कि हर पीड़ित महिला की पूरी सुनवाई हो और उसे समयबद्ध एवं तार्किक न्याय प्रदान किया जाए।उन्होंने बताया कि अब तक उनके पास लगभग 2800 से अधिक मामले सुनवाई के लिए आए हैं, जिनमें से अधिकतर मामलों का निपटारा किया जा चुका है। आज उनके पास विवाह संबंधी, संपत्ति से जुड़े, एनआरआई विवाह, दहेज, लड़कियों और महिलाओं का शोषण,लिव-इन-रिलेशन, घरेलू हिंसा आदि से जुड़े मामले पहुंचे। राज लाली गिल ने कहा कि वर्तमान समय में छोटी-छोटी बातें सहन न करना और सहनशीलता में कमी के कारण परिवारों में खींचतान और झगड़े बढ़ रहे हैं। इसके बाद चेयरपर्सन ने गांव धल्लेके और घल कलां पत्ती मेहर का दौरा कर महिलाओं की समस्याएं सुनीं।
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