दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार सुबह रफ्तार ने एक बार फिर कहर बरपाया। चैनल नंबर 120-500 पर पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार ने कैदी को लेने जा रही पुलिस वैन में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि वैन पलट गई और कार में आग लग गई, जो कुछ ही मिनटों में जलकर राख हो गई। हादसे में डीग पुलिस के सात जवानों समेत 14 लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची दमकल टीम ने आग पर काबू पाया। यह हादसा अलवर जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र में हुआ।
जानकारी के अनुसार, डीग पुलिस टीम मुल्जिम को लेने सेलावास (दौसा) थाने जा रही थी, जिसे जयपुर पेशी के लिए लाना था। वैन में पुलिसकर्मी लक्ष्मण सिंह (40), विकास जाट, दुलीचंद (35), लोकेश यादव (30), सरदार सिंह (50) सहित सात जवान मौजूद थे। हादसे में सभी को गंभीर चोटें आईं। इनमें से रिंकू मीणा व विकास को प्राथमिक उपचार के बाद अलवर से जयपुर रेफर कर दिया गया।
वहीं, कार में मुरादाबाद निवासी गुलफाम (30), उनकी पत्नी हीना (28), चार बच्चे अखलद (10), आहिल (8), विदुदू (6), अब्दुल्ला (4) और गुलफाम की साली साहिल सवार थे। हादसे में तीन लोगों को गंभीर चोट आई, जबकि तीन बच्चे सुरक्षित रहे। सभी घायलों को पहले पिनान अस्पताल लाया गया और फिर अलवर रेफर किया गया।
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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार तेज रफ्तार में थी और अचानक ब्रेक फेल होने से ड्राइवर गुलफाम का संतुलन बिगड़ गया, जिससे वह आगे चल रही पुलिस वैन से जा टकराई। टक्कर के बाद कार पलट गई और आग लग गई। गुलफाम ने बताया कि उन्होंने कार का गेट तोड़कर खुद, पत्नी, बच्चों और साली को बाहर निकाला, लेकिन तब तक आग भड़क चुकी थी और कार में रखे करीब 2.95 लाख रुपये नकद जलकर राख हो गए। घटना के बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर यातायात कुछ समय के लिए प्रभावित रहा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह हादसा रफ्तार और लापरवाही की एक और मिसाल बन गया, जिसमें सौभाग्य से सभी की जान बच गई, लेकिन 14 लोग घायल हो गए और लाखों रुपये का नुकसान हो गया।