राजस्थान के आदिवासी बहुल जिले डूंगरपुर ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक बार फिर खुद को स्थापित करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में डूंगरपुर को 50 हजार की जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में सुपर स्वच्छ लीग सिटी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डूंगरपुर नगर परिषद के सभापति अमृत कलासुआ को यह पुरस्कार प्रदान किया। यह डूंगरपुर को लगातार पांचवीं बार मिला राष्ट्रीय पुरस्कार है, जो इसे स्वच्छता के क्षेत्र में राजस्थान का सबसे अग्रणी शहर बनाता है। इस बार भी डूंगरपुर राजस्थान का एकमात्र शहर है, जिसे देश के 15 सुपर स्वच्छ लीग सिटीज में शामिल किया गया है।
डूंगरपुर को अब तक स्वच्छता के क्षेत्र में कुल आठ राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। वर्ष 2016 में यह राजस्थान की पहली खुले में शौच से मुक्त नगर परिषद बना था। 2017 में प्रदेश का पहला ओडीएफ प्लस निकाय घोषित हुआ। 2018 में यह निर्धारित श्रेणी में राज्य में तीसरे स्थान पर रहा। इसके बाद 2019 में डूंगरपुर ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया और वेस्ट जोन में सिटीजन फीडबैक में प्रथम रहा। 2020 में वेस्ट जोन में क्लीन सिटी अवॉर्ड मिला। 2021 में डूंगरपुर को थ्री स्टार रेटिंग के साथ गार्बेज फ्री सिटी का पहला पुरस्कार प्राप्त हुआ, जबकि 2023 में यह राजस्थान में प्रथम रहते हुए वेस्ट जोन का सबसे स्वच्छ शहर घोषित हुआ। अब 2024 में फिर से यह सुपर स्वच्छ लीग सिटी का सम्मान प्राप्त करने में सफल रहा है।
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इस निरंतर सफलता का श्रेय नगर परिषद के कर्मचारियों, सफाईकर्मियों और शहरवासियों के सामूहिक समन्वय को दिया जा रहा है। डूंगरपुर में पिछले आठ वर्षों से रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था नियमित रूप से जारी है और अधिकारियों द्वारा सफाई व्यवस्था का लगातार निरीक्षण किया जाता है। प्रमुख चौराहों और सड़कों पर प्रतिदिन रात को सफाई होती है। नगर परिषद द्वारा घर-घर कचरा संग्रहण, गीले और सूखे कचरे का पृथक निस्तारण, पॉलिथीन उपयोग पर रोक तथा स्कूलों में स्वच्छता से जुड़े जागरूकता कार्यक्रम निरंतर रूप से संचालित किए जा रहे हैं।
पुरस्कार प्राप्ति पर सभापति अमृत कलासुआ ने कहा कि यह उपलब्धि जनता के सहयोग और निरंतर प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि डूंगरपुर ने स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना ली है और आने वाले समय में यह सफलता न केवल नगर की छवि को निखारेगी, बल्कि पर्यटन और निवेश की संभावनाओं को भी बढ़ावा देगी। उन्होंने इस सम्मान को शहर की जनता को समर्पित किया।