राजस्थान के बांसवाड़ा जिले की गढ़ी थाना पुलिस ने फर्जी डिग्री से सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले दो शारीरिक शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पीटीआई भर्ती परीक्षा 2018 और 2022 की जांच के तहत की गई है।
गढ़ी थानाधिकारी रोहित कुमार ने बताया कि उप अधीक्षक, एसटीएससी सेल बांसवाड़ा श्यामसिंह ने 9 जुलाई को एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि वह पीटीआई भर्ती परीक्षा 2018 और 2022 में फर्जी डिग्री के माध्यम से नौकरी प्राप्त करने वाले शारीरिक शिक्षकों की गोपनीय जांच कर रहे हैं। जांच के दौरान सामने आया कि परतापुर निवासी मनीष कुमार पुत्र हरिराम वसीटा ने वर्ष 2018 की पीटीआई भर्ती परीक्षा में आवेदन किया था। उसने पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर से वर्ष 2012 की बीपीएड की फर्जी डिग्री प्रस्तुत की थी। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा में उक्त डिग्री का उपयोग कर वह उत्तीर्ण हुआ और वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, नापला में सेवाएं दे रहा है। इसी प्रकार, बोदिया निवासी कमलेश पुत्र रमणलाल पाटीदार ने भी उक्त विश्वविद्यालय की वर्ष 2013 की फर्जी डिग्री का उपयोग किया। परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात वह राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, गराड़िया सज्जनगढ़ में कार्यरत है।
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दस्तावेजों में मिला अंतर
पुलिस जांच में दोनों शिक्षकों की डिग्रियों का सत्यापन कराया गया, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (छत्तीसगढ़) के अनुसार दोनों की अंकसूचियां व उपाधि प्रमाण पत्र विश्वविद्यालय द्वारा जारी नहीं किए गए हैं। प्रस्तुत किए गए दस्तावेज कूटरचित पाए गए हैं। इससे यह सिद्ध हो गया कि दोनों आरोपियों ने फर्जी डिग्री का उपयोग कर परीक्षा दी और राज्य सरकार, कर्मचारी चयन बोर्ड तथा शिक्षा विभाग के साथ धोखाधड़ी करते हुए सरकारी नौकरी प्राप्त की। रिपोर्ट मिलने के बाद गढ़ी थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।