भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र में ग्राम पंचायत डाबला चांदा में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के लगभग 4.20 करोड़ रुपये की लागत से डीएमएफटी फंड द्वारा निर्माणाधीन भवन में घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग की शिकायतों के बाद शनिवार को शाहपुरा विधायक डॉ. लालाराम बैरवा ने मौके पर औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान विधायक ने पाया कि भवन निर्माण में मानक से कम गुणवत्ता की ईंटें, सीमेंट और बालू का उपयोग किया जा रहा है। दीवारों की चुनाई भी ठीक ढंग से नहीं की गई थी। इस पर नाराज विधायक ने कहा कि झालावाड़ हादसे के बाद भी अभियंताओं ने सबक नहीं लिया। इतनी बड़ी धनराशि के कार्य में इस प्रकार की लापरवाही अस्वीकार्य है।
विधायक बैरवा ने तुरंत जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधु को दूरभाष पर स्थिति से अवगत कराया और घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग पर तत्काल जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को भी पूरे प्रकरण की जानकारी देते हुए दोषी ठेकेदार और कार्यकारी एजेंसी को बदलने की मांग की।
पढ़ें: शिविर में पहुंचे मंत्री दिलावर को खाली मिली कुर्सियां, अधिकारी कमरे में फरमा रहे थे आराम; लगाई फटकार
इस दौरान गांव के कई ग्रामीणों ने विधायक के समक्ष अपनी शिकायतें रखीं। उन्होंने बताया कि पिछले कई महीनों से निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग हो रहा है, बावजूद इसके संबंधित विभाग ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। सरपंच प्रतिनिधि अजय प्रताप सिंह ने कहा कि ग्रामीण लगातार निर्माण की गुणवत्ता को लेकर विरोध कर रहे थे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
विधायक बैरवा ने कहा कि यह विद्यालय आने वाले समय में सैकड़ों विद्यार्थियों की शिक्षा का केंद्र बनेगा, इसलिए निर्माण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। विधायक के औचक निरीक्षण के बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। बताया गया है कि डाबला चांदा में निर्माणाधीन इस विद्यालय की जांच अब जिला प्रशासन की निगरानी में की जाएगी।