भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया कस्बे में बीते 24 घंटों से जारी मूसलधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। रविवार रात से सोमवार दोपहर तक रुक-रुककर तेज बारिश होती रही, जिससे कस्बे से जुड़ने वाले तीनों मुख्य मार्ग जलमग्न हो गए। कस्बा पूरी तरह अन्य क्षेत्रों से कट गया है और शहर की सड़कों पर चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, सोमवार सुबह 7 बजे तक बीते 15 घंटों में 86 मिमी बारिश दर्ज की गई है। लगातार बारिश के चलते पलकी और रावी नदियां उफान पर हैं, वहीं मंडोल बांध भी पूरी तरह भरकर ओवरफ्लो हो चुका है। इससे जहां क्षेत्र में प्राकृतिक दृश्य मनमोहक हो गए हैं, वहीं खतरे की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है। बिजौलिया कस्बे से कोटा की ओर जाने वाला पार्श्वनाथ चौराहा बाई पुलिया पर पानी ओवरफ्लो होने के कारण बंद हो गया है। इसी तरह कैसरगंज मार्ग पर पलकी नदी उफान पर है और छाई बाई बालाजी पुलिया पर करीब तीन फीट पानी भर जाने से आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे मालीपुरा समेत कई गांवों का संपर्क टूट गया है। कई दोपहिया और चारपहिया वाहन पानी में फंसे हुए देखे गए, जिन्हें बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बिजौलिया शहर में तेजाजी चौराहे से भीलवाड़ा की ओर जाने वाली बसें भी जलभराव के कारण जाम में फंसी रहीं। पंचायत चौराहे से सब्जी मंडी तक की सड़कें पूरी तरह पानी में डूबी हुई हैं। पथिक पार्क तालाब में तब्दील हो गया है। हर गली, मोहल्ले और बाजार में पानी भरने से आमजन को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भड़किया, सेवन फॉल और मेनाल जैसे प्रसिद्ध झरनों में पानी पूरे वेग से बहता नजर आ रहा है, जिससे क्षेत्र में सुंदर प्राकृतिक दृश्य बन गए हैं। हालांकि, नदियों और झरनों के पास जाने पर खतरे की स्थिति बनी हुई है। लगातार हो रही भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिससे सोयाबीन, मक्का और उड़द जैसी खरीफ फसलों के खराब होने की आशंका बढ़ गई है। किसानों ने चिंता जताई है कि यदि बारिश का यही क्रम जारी रहा, तो फसलें पूरी तरह बर्बाद हो सकती हैं।
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छाई बाई नदी में दो युवक बहे, एक का रेस्क्यू सफल
बारिश के बीच लापरवाही की एक बड़ी घटना सामने आई है। सोमवार सुबह छाई बाई पुलिया पर पानी के तेज बहाव के बावजूद दो युवक नदी पार करने का प्रयास कर रहे थे, इस दौरान दोनों बह गए। पीड़ितों की पहचान नीरज पुत्र नंद सिंह रावणा राजपूत और कैलाश रावणा राजपूत, निवासी बिजौलिया के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। नीरज को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि कैलाश एक पेड़ की टहनी के सहारे लटका हुआ है। उसे बचाने के प्रयास जारी हैं। घटना की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। तहसीलदार ललित डीडवानिया, थानाधिकारी लोकपाल सिंह सहित अन्य अधिकारी राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि नदियों, पुलियाओं और तेज बहाव वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और अधिक बारिश की संभावना जताई है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष पूरी तरह सक्रिय है और हालात पर नजर बनाए हुए है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
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सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
प्रशासन ने बिजौलिया के निवासियों से अपील की है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक जलभराव वाले क्षेत्रों से दूरी बनाए रखें। स्थानीय पंचायत और नगर पालिका के कर्मचारियों को स्थिति सामान्य करने के लिए तैनात कर दिया गया है।