कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर के छठे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने की, वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में अजमेर कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. जे.एस. सांधू उपस्थित रहे।
समारोह में वर्ष 2024 के स्नातक के 211, डेयरी संकाय के 25 , कृषि संकाय के 5 वाचस्पति एवं 23 स्नाकोत्तर विद्यार्थियों को उपाधि दी गई। वहीं विभिन्न संकाय के स्नातक और स्नाकोत्तर के 10 विद्यार्थियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए स्वर्ण पदक दिए गए। इस अवसर पर श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. जे.एस. सांधू को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि प्रदान की गई।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे़ ने इस अवसर पर जोधपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन मिलेट्स, कॉलेज ऑफ डेयरी एंड फूड टेक्नोलॉजी, पाली और जालौर के विश्वविद्यालय प्रशासनिक एवं किसान हॉस्टल भवन, नागौर के कृषि विश्वविद्यालय के बॉयज और गर्ल्स छात्रावास तथा जोधपुर कृषि विश्वविद्यालय में टिश्यू कल्चर लैब का लोकार्पण किया।
साथ ही उन्होंने Post Graduate & Ph.D. Studies Regulations, Syllabus Post Graduate & Ph.D. Programme, Course Curriculum, B.Tech. Agricultural Engineering से जुड़े प्रकाशनों का विमोचन भी किया।
राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि कृषि हमारे जीवन का अभिन्न अंग है और इसे केवल नौकरी तक सीमित न रखते हुए उद्योग और स्वरोजगार की दिशा में बढ़ाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि विद्यार्थी अपने ज्ञान को सीमित न रखें, बल्कि इसे उन किसानों तक भी पहुंचाएं जो औपचारिक रूप से शिक्षित नहीं हैं।
उन्होंने आधुनिक खेती को रोजगार सृजन का माध्यम बताते हुए कहा कि बढ़ती जनसंख्या के साथ कृषि उत्पादन को भी बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कृषि क्षेत्र का जीडीपी में योगदान 18% बताया और इसे और बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
राज्यपाल ने किसानों के हित में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं जैसे जनधन योजना और किसान सम्मान निधि योजना का भी उल्लेख किया और इनके प्रभाव को रेखांकित किया। समारोह में विश्वविद्यालय के कई अधिकारी, शिक्षक, छात्र एवं अभिभावक उपस्थित रहे।