जिले के रातानाडा क्षेत्र में स्थित स्टेट मोटर गैरेज की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए मंगलवार को नगर निगम की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई न्यायालय के आदेश के बाद की गई, जिसमें कई पक्के निर्माणों को ध्वस्त किया गया। मौके पर सुरक्षा के लिहाज से पुलिस का भारी जाब्ता तैनात रहा।
नगर निगम का पीला पंजा एक बार फिर चला और अतिक्रमणकारियों के कई पक्के निर्माण गिराए गए। इस दौरान कुछ दुकानों का सामान अंदर ही था, बावजूद इसके निगम ने निर्माण ढहा दिए। इस पर कुछ दुकानदारों ने विरोध जताया। स्थानीय पार्षद ललित गहलोत ने भी कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि लोगों को सामान हटाने का समय दिया जाना चाहिए था। मामले में माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने गहलोत को मौके से हटाकर स्थिति को शांत किया।
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गौरतलब है कि सोमवार को उम्मेद सागर क्षेत्र में हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा था। ऐसे में नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने मंगलवार की कार्रवाई में कोई चूक नहीं छोड़ी और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई।
बताया जा रहा है कि यह जमीन 1 जनवरी 1931 को स्टेट गैरेज ड्राइविंग प्रयोग के लिए आवंटित की गई थी। वर्षों तक यह स्थान ड्राइवरों के बैठने और वाहन चालकों के संगठन के कार्यालय के रूप में उपयोग होता रहा। समय के साथ यहां दुकानों ने कब्जा कर लिया और मामला अदालत तक पहुंच गया और कोर्ट के आदेश के बाद मंगलवार को यहां अतिक्रमण हटाया गया।
निगम की कार्रवाई अचानक शुरू होने से दुकानदारों को अपना सामान हटाने का मौका नहीं मिला। नतीजतन कई दुकानों का सामान मलबे के नीचे दब गया। इसके बाद दुकानदार और स्थानीय लोग टूटे पत्थरों के बीच से सामान निकालते नजर आए।