जोधपुर शहर के कुड़ी भगतासनी थाना क्षेत्र में चार दिन पहले हुई एक रहस्यमयी हत्या का पुलिस ने आखिरकार पर्दाफाश कर दिया है। सांगड़िया पुल के पास आनंद नगर जाने वाली सर्विस रोड पर एक अज्ञात युवक का रक्तरंजित शव मिलने के बाद शुरू हुई पुलिस जांच ने अब चौंकाने वाला मोड़ ले लिया है। पुलिस के अनुसार हत्या किसी व्यक्तिगत रंजिश या पुरानी दुश्मनी के कारण नहीं, बल्कि शराब के नशे में मस्ती कर रहे दो युवकों की उन्मादी हिंसा का नतीजा थी।
इस सनसनीखेज वारदात में एक बालिग आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों और मोबाइल लोकेशन की मदद से तीन किलोमीटर तक की निगरानी के बाद आरोपियों तक पहुंच बनाई।
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सुबह की सैर करने वालों ने देखी थी लाश
यह पूरा मामला पांच जुलाई की सुबह सामने आया, जब सांगड़िया पुल की साइड आनंद नगर की तरफ जाने वाली सर्विस रोड पर बनी दुकानों के पास एक युवक की लाश पड़ी हुई देखी गई। राहगीरों की सूचना पर कुड़ी पुलिस मौके पर पहुंची, और एफएसएल व डॉग स्क्वॉड टीमों को बुलाकर सबूत जुटाए गए। जांच में मृतक की पहचान विजय कुमार पुत्र प्रभु राम जाट, निवासी गांव महलाना दिखनाद, थाना राजगढ़, चूरू के रूप में की गई। विजय सांगड़िया क्षेत्र में स्थित एक पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी में कार्य करता था और यहीं रहकर काम कर रहा था।
रंजिश नहीं, नशे की मस्ती में की गई हत्या
हत्या के कारणों को लेकर जब पुलिस ने जांच की, तो न कोई पुराना झगड़ा मिला और न ही कोई आपसी जान-पहचान। बाद में आरोपियों से पूछताछ में जो खुलासा हुआ, वह और भी चौंकाने वाला था। पुलिस के अनुसार, आरोपी युवक शराब के नशे में थे और मस्ती में थे, जब विजय वहां से पैदल निकल रहा था। बिल्कुल अनजान और निर्दोष व्यक्ति को देखकर उन्हें उस पर हमला करने की सनक सवार हो गई। एक आरोपी ने लाठी से हमला कर दिया, जिससे विजय की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद दोनों आरोपी अपनी बाइक पर सवार होकर वहां से भाग गए और अपने-अपने घर चले गए जैसे कुछ हुआ ही न हो।
खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स
इस अंधे हत्याकांड में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी कातिल की पहचान। न कोई गवाह था, न कोई सीधा सुराग। ऐसे में पुलिस टीम ने पूरे इलाके के तीन किलोमीटर तक के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके अलावा घटना के वक्त उस इलाके से गुजरने वाले लोगों की मोबाइल कॉल डिटेल्स और लोकेशन की भी जांच की गई। इन तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस बालोतरा जसोल के पारलू हाल कुड़ी भगतासनी सेक्टर-9 निवासी राहुल सिंह गहलोत पुत्र उम्मेद सिंह तक पहुंची, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके साथी नाबालिग को भी निरुद्ध किया गया है।
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आरोपियों से पूछताछ जारी, अन्य पहलुओं की भी हो रही जांच
पुलिस आरोपियों से गहराई से पूछताछ कर रही है कि क्या यह पहली बार उन्होंने ऐसा अपराध किया, या पहले भी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। इस केस की जांच में एएसआई भंवरलाल, साइबर सेल के हेड कांस्टेबल प्रेम चौधरी, कांस्टेबल धीरज मीना, चैनाराम और नरेंद्र सिंह की भूमिका अहम रही, खासकर कांस्टेबल धीरज मीना की सूझबूझ और तकनीकी दक्षता की सराहना की जा रही है।