कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा तीन दिवसीय निजी प्रवास के बाद आज दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। वे 29 सितंबर को अपने बेटे रिहान व बेटी मिराया के साथ रणथंभौर पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि से दूरी बनाए रखी और पूरा समय अपने परिवार संग विश्राम में बिताया।
सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी का यह दौरा पूर्णत: निजी रहा। यहां उन्होंने किसी भी कांग्रेसी नेता या कार्यकर्ता से मुलाकात नहीं की। यहां तक कि वे रणथंभौर नेशनल पार्क का सफारी भ्रमण करने भी नहीं गईं, जबकि अधिकांश पर्यटक रणथंभौर आने पर बाघों और अन्य वन्य जीवों को देखने के लिए पार्क का रुख करते हैं। इस बार उन्होंने होटल में ही समय बिताना उचित समझा।
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गौरतलब है कि रणथंभौर नेशनल पार्क देश-विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है और कई बार गांधी परिवार के सदस्य यहां भ्रमण के लिए आते रहे हैं। प्रियंका गांधी भी समय-समय पर परिवार के साथ यहां छुट्टियां बिताने पहुंचती रही हैं। इस बार हालांकि उनका यह प्रवास केवल विश्राम तक सीमित रहा।
प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव होने के साथ ही वायनाड से सांसद हैं। व्यस्त राजनीतिक कार्यक्रमों के बीच उन्होंने इस निजी प्रवास में परिवार को समय देने का निर्णय लिया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रणथंभौर में उनका यह शांतिपूर्ण प्रवास उनके व्यक्तिगत जीवन को संतुलन देने के प्रयास का हिस्सा है।