टोंक इसरदा बांध के सेकंड फेज के प्रस्तावित निर्माण कार्यों का विरोध तेज हो गया है। डूब क्षेत्र में आने वाले गांवों के किसान अब संगठित होकर आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। किसानों ने उचित मुआवजा, पुनर्वास और अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर 21 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन टोंक विधायक व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट को सौंपा।
किसानों की प्रमुख मांग है कि बांध की पूर्ण भराव क्षमता 258 RL मीटर तक ही सीमित रखी जाए। इसके अलावा पुनर्वास पैकेज, प्रभावित परिवारों के लिए जमीन, पारदर्शी सर्वे और समयबद्ध मुआवजा वितरण जैसी माँगें भी शामिल हैं। किसानों ने इन मुद्दों को सरकार तक पहुंचाने के लिए संघर्ष समिति का गठन कर लिया है।
ये भी पढ़ें- Rajasthan: एप-आधारित कैब में 15% महिला ड्राइवर अनिवार्य, कोर्ट का निर्देश; पुलिसिंग में ढांचागत सुधार पर जोर
बताया गया कि करीब 39 गांवों के किसान डूब क्षेत्र में आते हैं। किसान इससे पहले भी जिला प्रशासन और राज्य सरकार के मंत्रियों तक अपनी मांगें पहुंचा चुके हैं, लेकिन समाधान नहीं होने पर अब आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
मामले पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के समय तैयार किए गए पुनर्वास पैकेज को वर्तमान सरकार ने पूरा नहीं किया है।