बाड़मेर जिले के लाल तन्मय मंसूरिया ने यह साबित कर दिया है कि असफलता से निराश होना कभी भी सफलता की राह में बाधा नहीं बन सकता। यूपीएससी को चार बार क्रैक करने में असफल रहे तन्मय ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 में बाजी मारते हुए सफलता प्राप्त की है। उनके इस अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प ने एक बार फिर साबित किया है कि लगन और दृढ़ता से सफलता जरूर मिलती है।
तन्मय के पिता डॉ. बीएल मंसूरिया बाड़मेर जिला अस्पताल के अधीक्षक पद पर कार्यरत हैं। तन्मय के अनुसार, उनके दादा का सपना था कि उनका पोता बड़ा अधिकारी बने। तन्मय ने बताया कि चार बार असफलता के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते रहे।
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उन्होंने अपने दादा के सपने को पूरा करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी और आखिरकार उन्हें सफलता मिल ही गई। तन्मय की सफलता उनके परिवार और बाड़मेर के लोगों के लिए गर्व का विषय है।
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तन्मय के अनुसार, इससे पहले वह चार बार यूपीएससी क्लियर करने के लिए प्रयास कर चुके हैं। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। बावजूद इसके उन्होंने अपने प्रयास जारी रखा, जिसके चलते आज यूपीएससी परीक्षा 2024 को क्रैक करते हुए 832वीं रैंक हासिल की है। परिणाम जारी होने के बाद से ही तन्मय के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। तन्मय ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि कभी भी असफलताओं से घबराएं नहीं, सफल होने तक अपने प्रयास जारी रखें। तन्मय के पिता डॉ. बीएल मंसूरिया ने भी बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर की।
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बता दें कि तन्मय के अलावा बाड़मेर जिले के भियाड़ निवासी सुखराम भुंकर (भियाड़) 448वीं रैंक, लोकेंद्र कुमार सागर पुत्र हमीराराम जसे का गांव (शिव) 954वीं रैंक, बालोतरा के खेतदान सुपुत्र कैलाश दान निवासी आकडली (बालोतरा) 689 वीं रैंक हासिल की।