अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत संगम नगरी में माफिया को 400 करोड़ की चोट पहुंची है। उनकी करोड़ों की जमीनों को कुर्क किया गया तो बेशकीमती मकानों को बुलडोजर चलवाकर ढहा दिया गया। पुलिस प्रशासन ने अतीक अहमद ही नहीं बल्कि उसके गुर्गोें के साथ ही दिलीप मिश्रा, बच्चा पासी, राजेश यादव के आर्थिक साम्राज्य की नींव हिला दी।
Exclusive: पीडीए की ताबड़तोड़ कार्रवाई में माफिया को लगी 400 करोड़ की चोट
अतीक अहमद
माफिया के खिलाफ पिछले दिनों हुई कार्रवाई के तहत सबसे ज्यादा नुकसान अतीक अहमद को हुआ। गुर्गों की अवैध संपत्तियों पर हुई कार्रवाई को मिलाकर देखा जाए तो अतीक एंड कंपनी को अकेले 250 करोड़ से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा। सिर्फ अतीक की बात करें तो नवाब यूसुफ रोड स्थित उसके गोदाम (पांच करोड़), झूंसी स्थित कोल्ड स्टोरेज (25 करोड़), करेली में अवैध प्लाटिंग (तीन करोड़), एमजी मार्ग पर बना व्यावसायिक कॉम्पलेक्स (सात करोड़), लूकरगंज स्थित दो जमीनें (89 करोड़), चकिया स्थित कार्यालय का आंशिक भाग (10 करोड़), कसारी-मसारी स्थित मकान (50 करोड़) पर कार्रवाई, जिसकी कीमत लगभग 200 करोड़ रुपये बैठती है। उसके गुर्गों इमरान के कब्जे वाले मद्रास होटल (15 करोड़), चचेरे भाई हमजा के मकान (10 करोड़), राशिद, भुट्टो व कम्मो-जाबिर के मकान (20 करोड़), जुल्फिकार उर्फ तोता (तीन करोड़) पर हुई कार्रवाई को जोड़कर देखा जाए तो बाहुबली को 250 करोड़ के आसपास का नुकसान पहुंचा।
दिलीप मिश्रा
अतीक के बाद अगर जिले के किसी माफिया के आर्थिक साम्राज्य को दरकाया गया तो वह मंत्री नंद गोपाल गुप्त नंदी पर हमले का आरोपी दिलीप मिश्रा है। उसकी कुल 12 संपत्तियों को जिला प्रशासन ने कुर्क किया, जिसकी कीमत कम से कम 50 करोड़ आंकी गई। इनमें पूरा पांडेय गांव की सात, महुवारी लवायन व मुंगारी गांव में एक-एक, लवायन कला उपरहार की दो व देवरख उपरहार स्थित एक संपत्ति शामिल है।
बच्चा पासी
10 अक्तूबर को प्रशासन ने जिले के एक और चिह्नित माफिया व छोटा राजन के गुर्गे बच्चा पासी पर बड़ी कार्रवाई की। लगभग 30 करोड़ लागत वाले धूमनगंज के रम्मन का पुरवा स्थित उसके आलीशान मकान को बुलडोजर चलवाकर जमींदोज करा दिया। दरअसल जिस जमीन पर यह मकान बना था, सर्किल रेट के हिसाब से सिर्फ उसकी कीमत 17.5 करोड़ के आसपास थी। महंगे शौक के लिए पहचाना जाने वाला हिस्ट्रीशीटर बच्चा के बारे में यह भी चर्चा है कि उसका मकान भीतर से किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं था। जिसकी बनावट में ही कई करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
राजेश यादव
जिला प्रशासन की कार्रवाई की जद में जिले का एक और चिह्नित माफिया व अंडरवल्र्ड डॉन छोटा राजन का गुर्गा राजेश यादव भी रहा। जिसके करोड़ों रुपये कीमत के मकान पर भी बुलडोजर चलवाया गया। झूंसी के कटका स्थित उसके जिस मकान को ढहाया गया, उसकी कीमत लगभग 10 करोड़ आंकी गई।