अतीक अहमद को करोड़ों की चोट देने के बाद पुलिस-प्रशासन ने उसके करीबियों की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत रविवार को अतीक के सबसे खास शूटर जुल्फिकार उर्फ तोता का तीन मंजिला आशियाना ढहा दिया गया। धूमनगंज के कसारी मसारी स्थित यह बेशकीमती मकान छह घंटे तक चली कार्रवाई में जमीदोंज हो गया। परिजनों ने कार्रवाई का विरोध भी किया, लेकिन उनकी एक नहीं चली। पीडीए का दावा है कि निर्माण अवैध होने के कारण यह कार्रवाई की गई।
पूर्व सांसद अतीक अहमद के सबसे खास करीबी जुल्फिकार उर्फ तोता का मकान पीडीए ने किया ध्वस्त
प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम जोनल अफसर सत शुक्ला के नेतृत्व में करीब 11 बजे कसारी मसारी स्थित तोता के मकान के बाहर पहुंची। साथ में प्रशासनिक अफसर भी मौजूद थे। सुरक्षा की दृष्टि से कई थानों की फोर्स लेकर सीओ सिविल लाइंस भी पहुंच गए थे। पीडीए अफसरों ने बताया कि तीन मंजिल के इस मकान में 10 से ज्यादा कमरे बने हुए थे। तोता के परिजनों को ध्वस्तीकरण आदेश का हवाला देकर मकान खाली करने को कहा गया। करीब एक घंटे बाद पीडीए के पांच बुलडोजरों ने तीन तरफ से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की।
पहले सामने के हिस्से को तोड़ा गया और फिर धीरे-धीरे अन्य भाग पर कार्रवाई हुई। दोपहर 12 बजे शुरू हुई कार्रवाई शाम करीब छह बजे तक चली। जिसमें मकान को जमीदोंज करा दिया गया। पीडीए अफसरों ने बताया कि मकान का निर्माण नक्शा पास कराए बिना किया गया था। जिस पर यह कार्रवाई की गई।
500 वर्ग गज में हुआ था निर्माण, 85 लाख तो सिर्फ जमीन की कीमत
कसारी मसारी स्थित जिस मकान पर कार्रवाई हुई, उसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। पीडीए अफसरों ने बताया कि करीब 500 वर्ग गज जमीन में आलीशान मकान का निर्माण कराया गया था। लेकिन इसमें नियमों का पालन नहीं किया गया था। अफसरों ने बताया कि 20 हजार प्रति वर्ग मीटर के मौजूद सर्किल रेट के हिसाब से 85 लाख के आसपास जमीन की कीमत होती है। निर्माण की लागत जोड़ लें तो मकान की कीमत करोड़ों में होती है।