विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में रविवार को मतदाताओं ने कई दिग्गज नेताओं का भविष्य ईवीएम में बंद कर दिया। इस बार भी मतदान प्रतिशत करीब पिछली बार जैसा है लेकिन शहर की तीनों सीट पर आमने-सामने की लड़ाई है।
मतदान प्रतिशत के भी अपने-अपने तरीके से निष्कर्ष निकाले जा रहे हैं। ऐसे में शहर दक्षिणी से भाजपा उम्मीदवार नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पश्चिमी के सिद्धार्थनाथ सिंह के लिए चुनाव कठिन माना जा रहा है। इनके अलावा करछना से सपा के उज्जावल रमण सिंह को भी कड़ी टक्कर मिल रही है।
शहर दक्षिणी में 2017 के विधानसभा चुनाव में शहर दक्षिणी में 45.16 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2012 में भी 45.05 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार भी 45 फीसदी मतदान का आंकड़ा पार हो गया है। इसके विपरीत चुनाव के नतीजों को देखें तो 2017 में भाजपा के नंद गोपाल गुप्ता नंदी विजयी हुए थे, वहीं 2012 में सपा के परवेज अहमद विधायक चुने गए थे।
इस बार भी नंदी का सीधा मुकाबला सपा के रईस चंद्र शुक्ला से दिखा। कमोवेश यही स्थिति पश्चिमी भी दिखाई दी। पश्चिमी में भी पिछली बार की तरह करीब 47 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले चुनाव में बसपा की पूजा पाल त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया था लेकिन इस बार सिद्धार्थनाथ सिंह और ऋचा सिंह के बीच सीधी लड़ाई है।
करछना में विधायक उज्जवल रमण सिंह सपा से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उज्जवल के चुनाव को उनके पिता सपा के वरिष्ठ नेता रेवती रमण सिंह की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है। उनका भी सीधा मुकाबला भाजपा के पीयूष रंजन निषाद से दिखा।
देर रात तक स्ट्रांग रूम में पहुंची ईवीएम
प्रयागराज। मतदान के बाद ईवीएम मुंडेरा मंडी परिसर स्थित स्ट्रांग रूम में रखी गई। रात में आठ बजे से ही ईवीएम पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। यह क्रम देर रात तक जारी रहा। ईवीएम भारी सुरक्षा के बीच पहुंचाई गई। स्ट्रांग रूम के आसपास का इलाका भी छावनी में तब्दील कर दिया गया है।a