Prayagraj : रोडवेज को नहीं मिल पा रही जगह, तीन स्थानों से बस चलाने की तैयारी
सिविल लाइंस और जीरो रोड बस स्टेशन के पुनर्विकास कार्य को शुरू करने से पहले रोडवेज शहर में ऐसे स्थान का चयन कर रहा है, जहां से बसों का संचालन किया जा सके। रोडवेज को इसमें अब तक सफलता नहीं मिल सकी है।


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सिविल लाइंस और जीरो रोड बस स्टेशन के पुनर्विकास कार्य को शुरू करने से पहले रोडवेज शहर में ऐसे स्थान का चयन कर रहा है, जहां से बसों का संचालन किया जा सके। रोडवेज को इसमें अब तक सफलता नहीं मिल सकी है।
केपी कॉलेज मैदान को बसों के संचालन के लिए एक बेहतर विकल्प माना जा रहा था, लेकिन वहां खेलकूद की गतिविधियां होने की वजह से आसान नहीं है। इसी वजह से अब यूपी रोडवेज ने रूटवार अलग-अलग स्थानों से बस संचालन का प्रस्ताव तैयार किया है। इस बारे में रोडवेज के अफसर मंगलवार को जिला प्रशासन के मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) से मुलाकात करेंगे।
प्रयागराज में जीरो रोड और सिविल लाइंस बस स्टेशन का पुनर्विकास होना है। यह कार्य तभी शुरू हो पाएगा, जब दोनों बस स्टेशनों से चलने वाली बसें अन्य स्थानों से चलें। इसके लिए रोडवेज ने बसों के संचालन को कुछ स्थानों की सूची बनाई है।
रोडवेज की मंशा है कि दोनों स्टेशन से संचालित बसों का संचालन एक ही स्थान से हो, लेकिन उसके लिए यहां शहर में केपी कॉलेज मैदान के अलावा कोई अन्य विकल्प नजर नहीं आ रहा है। इसी वजह से अब तय हुआ है कि इन दोनों बस स्टेशनों से चलने वाली बसें रूटवार शहर के अलग-अलग तीन स्थानों से संचालित की जाएं। इसके लिए एमजी मार्ग में सीएमपी कॉलेज के सामने विद्या वाहिनी मैदान, तेलियरगंज स्थित प्रिटिंग कॉलेज इंस्टीट्यूट और प्रयागराज जंक्शन के सामने लीडर रोड बस स्टेशन को चिह्नित किया गया है। प्रयागराज में रोज 1,000 से ज्यादा रोडवेज बसों की आवाजाही होती है। इसमें 850 का आवागमन सिविल लाइंस बस स्टेशन से ही होता है।
इस तरह से होगा बसों का संचालन
विद्या वाहिनी मैदान, एमजी मार्ग : वाराणसी, गोरखपुर, जौनपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर, बांदा मार्ग।
प्रिंटिंग कॉलेज मैदान, तेलियरगंज : लखनऊ, हल्द्वानी, अयोध्या, बस्ती मार्ग।
लीडर रोड बस स्टेशन : कानपुर, कौशाम्बी, दिल्ली, आगरा मार्ग।
परेड मैदान और नेहरू पार्क को भी देखा जा रहा विकल्प के रूप में
यूपी रोडवेज परेड मैदान और नेहरू पार्क को भी बसों के संचालन के लिए विकल्प के रूप में देख रहा है। हालांकि, ये दोनों ही मैदान सेना के अधीन हैं। यहां सेना की अनुमति मिलने पर ही संचालन संभव होगा। बसों का संचालन किस स्थान से किया जाए, इसके लिए रोडवेज अफसर मंगलवार को सीआरओ से मुलाकात करेंगे। उसके बाद ही तय हो पाएगा कि सिविल लाइंस और जीरो रोड बस स्टेशन की बसें किस स्थान से संचालित होंगी। -रविंद्र कुमार सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक, यूपी रोडवेज प्रयागराज परिक्षेत्र