समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर जैसी ही बिजनौर जनपद पहुंची तो उनके चाहने वाले भावुक हो गए। पिछले कुछ दिनों से उनकी लंबी उम्र की दुआ करने वाले बहुत दुखी हैं और उनके आंसू भी छलक पड़े। उन्होंने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। पढ़िए मुलायम सिंह यादव से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा-
UP: खूब चर्चा में रहा था मुलायम सिंह का ये दिलचस्प किस्सा, अब छलक पड़े चाहने वालों के आंसू,पढ़ें प्रतिक्रियाएं
नजीबाबाद से जुड़ी हैं चुनावी यादें
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नजीबाबाद से चुनावी यादें जुड़ी हुई हैं। वर्ष 2002 और 2007 के विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव नजीबाबाद में चुनावी सभाओं को संबोधित करने पहुंचे थे। वर्ष 2002 में मास्टर रामस्वरूप सिंह के लिए उन्होंने चुनाव प्रचार किया था, जबकि 2007 में उनके बेटे राजकुमार के लिए चुनाव प्रचार के लिए मुलायम सिंह यादव नजीबाबाद सरजमी पहुंचे थे।
बताया गया कि मास्टर रामस्वरूप तीन बार विधायक रहे। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के मास्टर रामस्वरूप वर्ष 2002 विधानसभा चुनाव सपा गठबंधन से प्रत्याशी रहे। कासमियां इंटर कॉलेज में उन्होंने मास्टर राम स्वरूप सिंह के पक्ष में चुनावी सभा की थी। मुलायम सिंह यादव माकपा के रामस्वरूप सिंह की सादगी और ईमानदारी से हमेशा प्रभावित थे।
तीन बार विधायक रहे मास्टर रामस्वरूप सिंह की मृत्यु के बाद मुलायम सिंह ने उनके पुत्र राजकुमार को नजीबाबाद से गठबंधन प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव के लिए उतारा था। 2007 में चुनावी सभा करने मुलायम सिंह यादव नजीबाबाद पहुंचे, लेकिन राजकुमार विजयी नहीं हो सके।
पार्टी के समर्पित सिपाही थे मुलायम सिंह यादव - सपा नेता मुनव्वर अली
नगर के वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता मुनव्वर अली समाजवादी पार्टी संगठन से पहले से मुलायम सिंह यादव के नजदीकी रहे। मुनव्वर अली बताते हैं कि रक्षा मंत्री और सहकारिता मंत्री पद पर रहते हुए मुलायम सिंह यादव उन्हें समाजवादी पार्टी संगठन को जनपद में मजबूत रखने के लिए प्रेरित करते रहे।