कानपुर हादसे में मरने वाली कल्पना का छोटा भाई अंशुमान आजादनगर स्थित नंदलाल खन्ना स्कूल की जूनियर शाखा में पढ़ता था। चालक अमित ने मकड़ीखेड़ा स्थित घर से दोनों भाई बहन को ई-रिक्शा में बैठाया और भव्या, सात्विक व कर्तव्य के साथ स्कूल छोड़ने के लिए सुबह करीब पौने सात बजे निकल पड़ा।
अब सूनी रहेगी कलाई: छात्रा की मौत! पांच मिनट पहले छूटा था साथ, भाई बोला- मेरे बगल में होती, तो पकड़ लेता
मेरे बगल में होती, तो पकड़ लेता
एनएलके स्कूल में आठवीं कक्षा के छात्र सात्विक वर्मा ने बताया कि वह ई-रिक्शे की सबसे पीछे की सीट पर अपनी सहपाठी भव्या प्रताप के साथ बैठा था, जबकि कल्पना ओर कर्तव्य चालक अमित के पीछे की सीट पर थे। रास्ते में बाएं तरफ से कार ने जोरदार टक्कर मारी।
बगल में बैठा होता, तो उसे पकड़ लेता
इस पर कल्पना छिटककर सीधे सर के बल गिर गई। भाई बोला, अगर वह उसके बगल में बैठा होता, तो उसे पकड़ लेता और शायद वह इतनी घायल न होती कि उसकी जान चली जाए। सूत्रों के अनुसार कार सीख रहे 11 वीं के छात्र ने ब्रेक के बजाय एक्सलरेटर दबा दिया था।
लगा जैसे पलट गई दुनिया
कर्तव्य ने बताया कि टक्कर होने पर एक आवाज आई और ऐसा लगा जैसे पूरी दुनिया ही पलट गई। सर ई-रिक्शे के साइड में लगे लोहे के रॉड से टकराया, तो सर घूम गया। चंद सेकेंड बाद जब होश आया, तो पता चला कि टक्कर से ई-रिक्शा पलट गया था।
गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज
डॉलफिन चौराहे पर हुए हादसे के बाद नवाबगंज पुलिस ने कल्पना के पिता विनोद कुमार की तहरीर पर कार चला रहे नाबालिग छात्र के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा में मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, हादसे के बाद पकड़े जाने के समय ड्राइविंग सीट पर मौजूद रहे कार चालक भैरव झा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।