मेरठ के दौराला स्टेशन पर शनिवार को 12 कोच वाली सहारनपुर-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन के दो कोच में आग लगने के मामले की जांच रेलवे मुख्यालय और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) अपने स्तर से करेंगे। इसके लिए जले हुए दो कोच का सैंपल गाजियाबाद की फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है। इससे पता चलेगा कि यह हादसा था या फिर किसी असमाजिक तत्व की हरकत। वहीं, रेलवे मुख्यायल की ओर से तीन सदस्यीय एसएजी (उच्च स्तरीय कमेटी) गठित कर दी गई थी। ये कमेटी अपनी अलग से तकनीकी जांच रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेगी।
यूपी: सहारनपुर-दिल्ली पैसेंजर में आग की जांच तेज, दिल्ली भेजा कोच, फॉरेंसिक लैब भेजे गए नमूनों से खुलेगा राज
प्राथमिक रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई
घटना के बाद एक संयुक्त रिपोर्ट भी मुख्यालय तैयार कर भेजी गई है। इसमें स्थानीय अधिकारियों की टीम में डिविजन मुख्यालय को संयुक्त रिपोर्ट भेजी है। इसमें कोच एंड वैगन, बिजली विभाग सहित अन्य विभागों के रेलवे अधिकारी शामिल रहते हैं। ट्रेन में आग लगने के बाद का प्रकरण और यात्रियों को राहत देने की एक-एक जानकारी की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई है। जिससे कमिश्नर रेलवे सेफ्टी द्वारा संज्ञान लेने के बाद जानकारी दी जा सके।
मार्च में ही ट्रेनों पर आती है आफत
इससे पहले मार्च-2021 में दो बार शताब्दी में आग लग गई थी। पहला मामला 13 मार्च का है। देहरादून से चलकर वाया मेरठ, नई दिल्ली को जाने वाली शताब्दी में हरिद्वार-देहरादून के बीच में कोच सी-5 में आग लग गई थी। तत्काल ट्रेन को रोककर आग पर काबू पाया गया था। वहीं, 20 मार्च 2021 को नई दिल्ली-लखनऊ शताब्दी में गाजियाबाद स्टेशन पर लगेज कोच में स्टेशन पर आग लग गई थी। इसे भी कई घंटे बाद काबू किया गया था। इस मामले में ट्रेन में ज्वलनशील पदार्थ लेकर चलने वाले युवक को गिरफ्तार किया गया था।
यह है मामला
सहारनपुर से दिल्ली जाने वाली टू-डीएस पैसेंसर ट्रेन में शनिवार सुबह अचानक आग लग गई थी। दो कोच पूरी तरह जलकर राख हो गए, जबकि एक कोच 20-25 प्रतिशत जल गया था। आग के लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर जान बचाई थी। गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था। शार्ट सर्किट और ज्वलनशील पदार्थ से आग लगने का अंदेशा जताया जा रहा है। हादसे के कारण दिल्ली-मेरठ रूट पर ट्रेनों का आवागमन पांच घंटे तक ठप रहा था।
हादसा बड़ा है...आग लगने का कारण आना चाहिए सामने
सहारनपुर-दिल्ली टू-डीएस पैसेंजर ट्रेन में आग लगने के बाद जले 8 कोच सहारनपुर भेज दिए गए। एक जला हुआ कोच दिल्ली भेजा गया है जबकि एक अभी दौराला में ही है। रविवार को यहां से गुजरने वाले यात्री कोच में हुए अग्निकांड को लेकर बातें करते रहे। कोई कह रहा था कि बड़ा हादसा था, यात्री बाल-बाल बच गए। न सिर्फ आग लगने का कारण सामने आना चाहिए, बल्कि अगर आग लगने में कोई लापरवाही हुई है तो कार्रवाई भी होनी चाहिए।
कोई रेलवे के आग बुझाने के इंतजामों पर सवाल उठा रहा था तो कोई यात्रियों की परेशानी का जिक्र कर रहा था। रेलवे के कई स्थानीय अधिकारियों ने जले हुए कोच की जांच की। मुख्यालय की ओर से उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच कराई जा रही है। रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त भी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर संज्ञान लेंगे।