मेरठ पुलिस लाइन में रविवार सुबह एडीजी राजीव सभरवाल ने नवनियुक्त 786 दरोगाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस दौरान एडीजी ने सभी दरोगा को ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ ड्यूटी करने के लिए प्रेरित किया। वहीं नियुक्ति पत्र लेने के बाद सभी दरोगा खुशी से झूम उठे। इस दौरान कोई शादी का कंगना बंधवाकर नियुक्ति पत्र लेने पहुंचा तो किसान के बेटा-बेटी ने दरोगा बनकर पिता का सपना पूरा किया। एडीजी राजीव सभरवाल ने कुल नवनियुक्त 786 दरोगा को नियुक्ति पत्र सौंपे । इनमें फायर ब्रिगेड और पीएसी के दरोगा भी शामिल हैं।
Meerut: बेटा-बेटी एकसाथ बने दरोगा तो गर्व से चौड़ा हुआ किसान का सीना, भाई-बहन ने पिता को किया सैल्यूट
पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड में रविवार को एडीजी राजीव सभरवाल ने 786 दरोगाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इनमें यूपी पुलिस 747, पीएसी के 36 और फायर ब्रिगेड के 3 दरोगा हैं। समारोह में नवनियुक्त दरोगाओं के माता-पिता और भाई-बहन भी पहुंचे थे। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद दरोगाओं में जहां खुशी का माहौल था, वहीं सभी ने अपने माता-पिता और बहन भाई के साथ सेल्फी लेकर खुशी जाहिर की। माता-पिता ने अपने बच्चों को गले लगाकर शाबासी दी। ईमानदारी व मेहनत से काम करने के लिए प्रेरित किया। समारोह से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व डीजीपी डा. देवेंद्र सिंह चौहान ने वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से सभी को बधाई दी।
तीन भाई-बहन ने साथ की तैयारी
गढ़मुक्तेश्वर निवासी सौरभ ने बताया कि उसकी दो बहन आंचल व मीनू हैं। परीक्षा में तीनों बहन-भाई एक साथ बैठे थे। उनकी छोटी बहन मीनू रेस में फेल हो गईं। वह दोनों पास हो गए। उन दोनों ने एक साथ तैयारी की और दरोगा बन गए। हालांकि उन्हें छोटी बहन के दरोगा नहीं बनने पर दुख है, लेकिन उसके पास अभी और मौका है।
दूल्हे को मिली नियुक्ति
कंगना बंधवाने के बाद नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे अक्खापुर थाना गढ़मुक्तेश्वर के अनुज की रविवार को ही शादी थी। उनके पिता भुजवीर भी साथ आए थे। कंगना बंधने के बाद वह परिवार के साथ पुलिस लाइन में नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे। एडीजी राजीव सभरवाल व आईजी प्रवीण कुमार ने अनुज को नियुक्ति पत्र सौंपते समय उनके हाथ में कंगना बंधा देखा तो शादी के बारे में पूछा। अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी।
दरोगा बनते ही खिल उठे चेहरे
पुलिस विभाग में शामिल हुए 786 दरोगाओं को नियुक्ति पत्र मिलने के बाद खुशी से उनके चेहरे खिल उठे। नवनियुक्त दरोगाओं ने ट्रेनिंग में एक साथ बिताए समय की यादों को ताजा रखने के लिए ग्रुप फोटो कराए। इसके बाद उन्होंने अपने माता-पिता और भाई-बहनों के साथ सेल्फी ली।
