बोधन, आमंत्रण और अधिवास के साथ ही शिव की नगरी काशी मिनी बंगाल में तब्दील हो चुकी है। वाराणसी जिले भर के 512 पंडालों में माता की प्रतिमाएं स्थापित हो गईं। बंगाली समुदाय ने षष्ठी के विधान के साथ माता का आह्वान किया और प्रतिमाओं के पट भी खुल गए। वहीं आज सप्तमी की पूजा के बाद भोर में सभी पंडालों के पट खुल जाएंगे। शुक्रवार को शारदीय नवरात्र की महाषष्ठी पर पूजा पंडालों में प्रतिमाओं को विराजमान कराया गया। सायंकाल मुहूर्त के अनुसार ढाक की थाप के साथ देवी का आह्वान आरंभ हुआ। पंडाल में धूप और गुगुल की सुवास के बीच सप्तशती के ओजस मंत्रों से माता का आगमन हुआ और मिनी बंगाल के रूप में काशी भी निखर उठी। पूजन के दौरान मंत्रोच्चार के बीच देवी को वस्त्र और आभूषण धारण कराए गए। स्वर्ण आभूषणों के साथ ही मां जगदंबा की भुजाओं को अस्त्र और शस्त्र से सुशोभित किया गया।
PHOTOS: भोले बाबा की नगरी में सज गया मिनी बंगाल, पंडालों में विराजीं माता, कहीं 102 तो कहीं 65 साल की पूजा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: उत्पल कांत
Updated Sat, 21 Oct 2023 01:00 PM IST
विज्ञापन