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Agra: एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी का हाफ डे...बिना उपचार लौटे मरीज, देखें वीडियो
अमर उजाला न्यूज नेटवर्क, आगरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Wed, 26 Nov 2025 10:00 AM IST
सार
एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में मंगलवार को 2388 मरीजों का उपचार किया गया। अवकाश के कारण दोपहर 12 बजे ही ओपीडी बंद हो गई।
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एसएन मेडिकल कॉलेज
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में मंगलवार को मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सार्वजनिक अवकाश होने के कारण ओपीडी का समय दोपहर 12 बजे तक ही रहा। इस वजह से पर्चा बनने का समय सुबह 11 बजे तक और दवा वितरण का समय 12 बजे तक रहा।
पहले से जानकारी नहीं होने के कारण मरीज और उनके तीमारदार रोजाना की तरह 2 बजे तक पहुंचते रहे और उन्हें बिना उपचार के लौटना पड़ा। चिकित्सकों के न मिलने पर कई मरीज निराश वापस हो गए। इनमें बुजुर्ग भी शामिल थे। इसके साथ ही दवा काउंटर बंद होने से लोग आवश्यक दवाएं भी नहीं ले पाए। मंगलवार को कुल 2388 मरीजों का उपचार किया गया। सुबह-रात की सर्दी ने मौसमी बीमारियों को भी न्योता दिया है। इससे बुखार, जुखाम, खांसी और शरीर दर्द के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ओपीडी में रोजाना छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। मरीजों और तीमारदारों ने कहा कि समय परिवर्तन की सूचना पहले से नोटिस बोर्ड या घोषणा के माध्यम से दी जाए, ताकि लोगों को पहले से इसकी सूचना मिले और उन्हें परेशानी न झेलनी पड़े।
क्या बोले मरीज
समय परिवर्तन की जानकारी नहीं थी। जरूरी दवा लेने आए थे। और बेटे को भी दिखाना था। अब बिना उपचार के लौटना पड़ेगा। - राधा, मोती कटरा
जुखाम और सिरदर्द से परेशान है। दूर से आए हैं और यहां आकर मालूम हुआ की ओपीडी बंद है। अब प्राइवेट अस्पताल में दिखाना पड़ेगा। - शालीग्राम, लादूखेड़ा
इन विभाग में इतने रहे मरीज
मेडिसिन विभाग- 577
ऑर्थोपेडिक विभाग- 231
त्वचा रोग विभाग- 197
आधे दिन की ओपीडी से लेडी लॉयल में प्रसूताएं रहीं परेशान
लेडी लॉयल में भी दोपहर 12 बजे तक उपचार किया गया। समय परिवर्तन की पहले से सूचना नहीं देने से प्रसूताएं और तीमारदार दोपहर 2 बजे तक पहुंचते रहे, लेकिन उन्हें तब बिना परामर्श के लौटना पड़ा। परिसर में बैठे गार्ड ही प्रसूता और उनके साथ आ रहे तीमारदारों को अल्ट्रासाउंड आदि की तारीख दे रहे थे। एत्मादपुर से आए गौरव ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने कहीं भी सूचना प्रदर्शित नहीं की।पत्नी को दिखाने आए थे, लेकिन गार्ड ने 10 दिन बाद अल्ट्रासाउंड के लिए कहा है। एत्मादपुर से ही आई पूजा ने कहा कि अचानक समय बदलने और सूचना न मिलने से जांच व उपचार बाधित हो गया। ऐसे अवसरों पर समय परिवर्तन की सूचना पहले से दी जाए, ताकि परेशानी न हो। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, इसकी जांच करेंगे। आगामी दिनों में टाइमिंग से जुड़े बदलाव की जानकारी दी जाएगी जिससे किसी को समस्या न हो।
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पहले से जानकारी नहीं होने के कारण मरीज और उनके तीमारदार रोजाना की तरह 2 बजे तक पहुंचते रहे और उन्हें बिना उपचार के लौटना पड़ा। चिकित्सकों के न मिलने पर कई मरीज निराश वापस हो गए। इनमें बुजुर्ग भी शामिल थे। इसके साथ ही दवा काउंटर बंद होने से लोग आवश्यक दवाएं भी नहीं ले पाए। मंगलवार को कुल 2388 मरीजों का उपचार किया गया। सुबह-रात की सर्दी ने मौसमी बीमारियों को भी न्योता दिया है। इससे बुखार, जुखाम, खांसी और शरीर दर्द के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ओपीडी में रोजाना छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। मरीजों और तीमारदारों ने कहा कि समय परिवर्तन की सूचना पहले से नोटिस बोर्ड या घोषणा के माध्यम से दी जाए, ताकि लोगों को पहले से इसकी सूचना मिले और उन्हें परेशानी न झेलनी पड़े।
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क्या बोले मरीज
समय परिवर्तन की जानकारी नहीं थी। जरूरी दवा लेने आए थे। और बेटे को भी दिखाना था। अब बिना उपचार के लौटना पड़ेगा। - राधा, मोती कटरा
जुखाम और सिरदर्द से परेशान है। दूर से आए हैं और यहां आकर मालूम हुआ की ओपीडी बंद है। अब प्राइवेट अस्पताल में दिखाना पड़ेगा। - शालीग्राम, लादूखेड़ा
इन विभाग में इतने रहे मरीज
मेडिसिन विभाग- 577
ऑर्थोपेडिक विभाग- 231
त्वचा रोग विभाग- 197
आधे दिन की ओपीडी से लेडी लॉयल में प्रसूताएं रहीं परेशान
लेडी लॉयल में भी दोपहर 12 बजे तक उपचार किया गया। समय परिवर्तन की पहले से सूचना नहीं देने से प्रसूताएं और तीमारदार दोपहर 2 बजे तक पहुंचते रहे, लेकिन उन्हें तब बिना परामर्श के लौटना पड़ा। परिसर में बैठे गार्ड ही प्रसूता और उनके साथ आ रहे तीमारदारों को अल्ट्रासाउंड आदि की तारीख दे रहे थे। एत्मादपुर से आए गौरव ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने कहीं भी सूचना प्रदर्शित नहीं की।पत्नी को दिखाने आए थे, लेकिन गार्ड ने 10 दिन बाद अल्ट्रासाउंड के लिए कहा है। एत्मादपुर से ही आई पूजा ने कहा कि अचानक समय बदलने और सूचना न मिलने से जांच व उपचार बाधित हो गया। ऐसे अवसरों पर समय परिवर्तन की सूचना पहले से दी जाए, ताकि परेशानी न हो। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, इसकी जांच करेंगे। आगामी दिनों में टाइमिंग से जुड़े बदलाव की जानकारी दी जाएगी जिससे किसी को समस्या न हो।