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आगरा: वीर नारी की मांगें मानीं, 48 घंटे बाद धरना समाप्त, डिप्टी सीएम की नाराजगी के बाद पीड़ित परिवार से मिले थे डीएम

अमर उजाला नेटवर्क, आगरा Published by: शाहरुख खान Updated Sat, 03 Jul 2021 11:31 PM IST
सार

कहरई स्थित पैतृक गांव में शहीद के स्मारक पर बृहस्पतिवार को पुलवामा कांड में शहीद हुए कौशल रावत की पत्नी ममता रावत, उनकी बेटी अपूर्वा रावत और बेटे ने धरना शुरू किया था। उनकी मांग थी कि शिक्षा विभाग से एकत्र की गई धनराशि को दिलाया जाए। शहीद के नाम पर द्वार, सड़क बनवाई जाए। मूर्ति का अनावरण किया जाए।

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wife of pulwama martyr demands accepted strike ended after 48 hours in agra
वीर नारी की मांगें मानीं - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की फटकार के बाद जिला प्रशासन ने 48 घंटे के भीतर ही पुलवामा शहीद की वीर नारी ममता रावत की सभी मांगों को मान लिया। शुक्रवार रात को डीएम शहीद के परिजनों से मिले और उनकी पूरी बात को सुना। शनिवार की शाम पांच बजे एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने वीर नारी को 67.50 लाख रुपये का चेक सौंपा। इसके बाद तीसरे दिन वीर नारी व उनके परिजनों का धरना समाप्त हो गया। 
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कहरई स्थित पैतृक गांव में शहीद के स्मारक पर बृहस्पतिवार को पुलवामा कांड में शहीद हुए कौशल रावत की पत्नी ममता रावत, उनकी बेटी अपूर्वा रावत और बेटे ने धरना शुरू किया था। उनकी मांग थी कि शिक्षा विभाग से एकत्र की गई धनराशि को दिलाया जाए। शहीद के नाम पर द्वार, सड़क बनवाई जाए। मूर्ति का अनावरण किया जाए। 
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दो साल से इन मांगों को लेकर चक्कर काटने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही थी। शुक्रवार को वीर नारी के धरने की जानकारी डिप्टी सीएम तक पहुंची थी। इसके बाद डिप्टी सीएम ने शहीद के परिवारीजनों से मिलने को कार भी भिजवाई थी, लेकिन वीर नारी ने आने से इनकार कर दिया था। 

इस पर डिप्टी सीएम ने जिला प्रशासनिक अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की थी। डिप्टी सीएम के जाने के बाद जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह शुक्रवार की रात को ही शहीद के गांव पहुंचे। वह तीन घंटे तक रुके। इस दौरान शहीद के परिजनों की पूरी बात सुनी। सभी मांगों को मान लिया। शहीद की पुत्री अपूर्वा रावत ने बताया कि शनिवार की शाम पांच बजे एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने शिक्षा विभाग की ओर से एकत्र धनराशि का चेक दिया है। 

यह मांगें मानीं

गांव में स्थित सरकारी माध्यमिक विद्यालय का नाम शहीद कौशल रावत के नाम पर होगा।
शमसाबाद में एक चौराहे का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा।
अंत्येष्टि स्थल तक सड़क का निर्माण होगा।
शहीद के नाम का द्वार बनेगा। मूर्ति का अनावरण भव्य तरीके से होगा। 

दो साल के इंतजार के बाद मांगें मानी
वीर नारी ममता रावत ने कहा कि दो साल से वह मुख्यमंत्री कार्यालय तक के चक्कर काट चुकी थीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। अब जाकर सुनवाई हो सकी है। 

कांग्रेस नेता की मुलाकात
आगरा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता उपेंद्र सिंह ने शहीद कौशल के गांव पहुंचकर वीर नारी के परिवार से मुलाकात करके जानकारी ली थी। उन्होंने बताया कि शहीद की मूर्ति का अनावरण तक नहीं हो पाया है। उनका कहना था कि शहीद कौशल रावत ने आगरा को गौरवान्वित किया है। विधायक हेमलता दिवाकर ने भी शहीद के परिजनों से डिप्टी सीएम की बात करवाई थी। 

शहीद के परिवार को सहायता राशि का चेक दिया गया है। शहीद के गांव में विकास कार्य प्राथमिकता से कराए जाएंगे। -प्रभु एन सिंह, जिलाधिकारी
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