Aligarh: कोडिनयुक्त सीरप की तलाश में फफाला मार्केट में पांच ठिकानों पर छापा, 18 दवा कारोबारियों को दिया नोटिस
बनारस, जौनपुर, प्रयागराज सहित पूर्वांचल के कई जिलों में कोडिन सीरप की बड़ी खेप पकड़े जाने के बाद शासन ने पूरे प्रदेश में सख्ती के आदेश दिए हैं।
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नशे की लत का बड़ा स्रोत बने कोडिन युक्त कफ सीरप की अवैध बिक्री की आशंका में 29 नवंबर को ड्रग विभाग ने थोक दवा बाजार फफाला में 5 दुकानदारों के यहां छापा मारा। जिले के 18 बड़े दवा कारोबारियों को नोटिस थमाया है। फफाला बाजार में तीन घंटे तक चली इस सघन जांच में कोडिन युक्त सीरप की खरीद-बिक्री से जुड़े सभी अभिलेख खंगाले गए। बिल बुक, स्टॉक रजिस्टर, जीएसटी रिटर्न से लेकर कंप्यूटराइज्ड रिकॉर्ड तक की बारीकी से पड़ताल की गई। जांच पूरी होने के बाद सभी पांचों फर्मों को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया।
बनारस, जौनपुर, प्रयागराज सहित पूर्वांचल के कई जिलों में कोडिन सीरप की बड़ी खेप पकड़े जाने के बाद शासन ने पूरे प्रदेश में सख्ती के आदेश दिए हैं। अलीगढ़ शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों के कई मेडिकल स्टोरों से कोडिन युक्त सीरप और नारकोटिक्स की दवाएं बेची जा रही हैं। ऐसे में सरकार द्वारा इसे रोकने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। कई फर्मों द्वारा कोडिन सीरप को सामान्य कफ सीरप की आड़ में बेचा जा रहा है।
ड्रग इंस्पेक्टर दीपक लोधी ने बताया कि इन 18 कारोबारियों से वर्ष 2024-2025 का कोडिन युक्त सीरप की बिक्री का पूरा रिकॉर्ड तीन दिन के अंदर जमा करने को कहा गया है। पहले यह कारोबारी एक अन्य ब्रांड के नाम से कोडिन सीरप की खुली बिक्री करते थे, लेकिन करीब दो साल पहले केंद्र सरकार ने सीरप पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद भी बाजार में अलग-अलग ब्रांड नामों से कोडिन युक्त सीरप की सप्लाई जारी रही। अब मिले रिकॉर्ड के आधार पर लाइसेंस निलंबन से लेकर आपराधिक मुकदमा तक की कार्रवाई होगी। ड्रग विभाग ने चेतावनी दी है कि कोडिन सीरप की अवैध बिक्री करने वाले किसी भी दवा कारोबारी को बख्शा नहीं जाएगा।
कोडिन सीरप को लेकर 18 बड़े दवा कारोबारियों को सूचीबद्ध किया गया है। जबकि पांच फर्मों पर पहुंच कर अभिलेख भी खंगाले गए है। सभी को नेाटिस जारी कर दो साल का कोडिन सीरप का रिकार्ड मांगा गया है।- दीपक लोधी, ड्रग इंस्पेक्टर