तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच इविवि एवं संघटक कॉलेजों की प्रवेश परीक्षाएं शनिवार से शुरू हो गईं। पहले दिन 11 शहरों के 77 केंद्रों में आयोजित की गई प्रवेश परीक्षा में 75.56 फीसदी अभ्यर्थी उपस्थिति रहे। कोविड-19 के बावजूद बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने प्रवेश परीक्षा में शिरकत की। सुबह 9.30 से 11.30 बजे की पाली में बीएससी मैथ्स एवं बीएससी बायो और दोपहर दो से शाम चार बजे की दूसरी पाली में बीकॉम एवं बीएससी होमसाइंस की परीक्षा थी। परीक्षा ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में हुई। ऑफलाइन में परीक्षार्थियों की उपस्थित बेहतर रही।
allahabad university entrance exam 2020: इलाहाबाद विवि की प्रवेश परीक्षा में 76 फीसदी रही उपस्थिति
प्रवेश परीक्षा 11 शहरों प्रयागराज, बंगलूरू, दिल्ली, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, पटना, तिरुवनंतपुरम और वाराणसी में आयोजित की गई। इनमें बंगलूरू, दिल्ली एवं तिरुवंनतपुरम में केवल ऑनलाइन मोड में परीक्षा हुई और बाकी शहरों में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों मोड में परीक्षा आयोजित की गई। प्रवेश परीक्षा के लिए निर्धारित कुल 77 केंद्रों में 45 ऑफलाइन और 32 ऑनलाइन केंद्र थे। वहीं, प्रयागराज में 27 ऑफलाइन और 11 ऑनलाइन सेंटर बनाए गए थे। परीक्षा के लिए कुल 35658 अभ्यर्थी पंजीकृत थे और इनमें से 26 हजार 946 परीक्षार्थी उपस्थित रहे।
ऑफलाइन परीक्षा के लिए 27 हजार 907 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था और इनमें से 21 हजार 652 परीक्षार्थी (77.58 फीसदी) उपस्थित रहे, जबकि ऑनलाइन परीक्षा के लिए पंजीकृत 7751 में से 5294 परीक्षार्थी (68.30 फीसदी) उपस्थित रहे। यानी ऑनलाइन परीक्षा के मुकाबले ऑफलाइन प्रवेश परीक्षा में उपस्थिति बेहतर रही।
ऑफलाइन मोड की पहली पाली की परीक्षा के लिए पंजीकृत 20 हजार 35 में से 15 हजार 392 अभ्यर्थी (76.83 फीसदी) उपस्थित रहे, जबकि दूसरी पाली की परीक्षा के लिए पंजीकृत 7872 में से 6260 अभ्यर्थियों (79.52) अभ्यर्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। वहीं, ऑनलाइप मोड की पहली पाली की परीक्षा में पंजीकृत 5310 में से 3602 अभ्यर्थी (67.83 फीसदी) और दूसरी पाली की परीक्षा में पंजीकृत 2441 में से 1692 अभ्यर्थी (69.32 फीसदी) उपस्थित रहे।
माइनस मार्किंग न होने से राहत, पेपर भी रहा आसान
इविवि की प्रवेश परीक्षा में माइनस मार्किंग लागू नहीं थी और पिछली बार के मुकाबले पेपर भी आसान और अधिक संतुलित था। माइनस मार्किंग न होने के कारण अभ्यर्थियों को नंबर कटने की चिंता नहीं थी, सो ज्यादातर अभ्यर्थियों ने सभी सवाल हल किए। बीकॉम की प्रवेश परीक्षा में शामिल श्रेया गुप्ता का कहना है कि पेपर में पूछे गए सवाल सेलेबस से ही आए थे। अभ्यर्थी शिवांगी यादव ने बताया कि बीएससी मैथ्स के पेपर में कुछ कठिन सवाल पूछे गए थे, लेकिन कुल मिलाकर पेपर आसान और संतुलित था। विशेषज्ञों के मुताबिक बीकॉम का पेपर पिछले साल के मुकाबले बेहतर और संतुलित था।